दो टूक, गोण्डा- भारत में महिलाओं को देवी के रूप में पूजा जाता है और उन्हें शक्ति का दर्जा दिया गया है। उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाती है। देशभर में इसको लेकर विभिन्न अभियान चलाए जा रहे हैं। इसी क्रम में नवरात्रि के अवसर पर योगी सरकार की पहल पर ऑटो रिक्शा ड्राइवर्स को शक्ति सारथी के रूप में महिलाओं की सुरक्षा के लिए तैनात किया जा रहा है। उन्हें महिलाओं के सुरक्षित आवागमन के साथ ही सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण सुनिश्चित करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। सीएम योगी के मार्गदर्शन में गोण्डा जिला प्रशासन द्वारा यह अनूठी पहल की जा रही है। दुर्गा महाष्टमी के पावन अवसर पर "शक्ति वंदन 2.0" कार्यक्रम के तहत "शक्ति सारथी" थीम निर्धारित की गई है। इसका उद्देश्य महिलाओं के लिए सुरक्षित परिवहन सुनिश्चित करना और उन्हें सशक्त बनाना है। उल्लेखनीय है कि गोण्डा जिला प्रशासन ने बीते वर्ष शक्ति वंदन कार्यक्रम की शुरुआत की थी। तब करीब 12 हजार कन्याओं का पूजन कर रिकॉर्ड स्थापित किया गया था।
डीएम नेहा शर्मा के नेतृत्व में यह अनूठी पहल की जा रही है। इसमें ऑटो रिक्शा और ई-रिक्शा चालकों को महिलाओं के सुरक्षित आवागमन के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। "शक्ति सारथी" पहल के तहत ऑटो चालकों का प्रशिक्षण महिला सुरक्षा को मजबूत बनाएगा और समाज में एक नया संदेश भेजेगा। कार्यक्रम का आयोजन 11 अक्टूबर 2024 को किया जाएगा। यह पहल इस बात पर आधारित है कि 90% से अधिक महिलाएं यात्रा के लिए ऑटो या ई-रिक्शा का इस्तेमाल करती हैं। शुरुआत में 1000 से अधिक ऑटो और ई-रिक्शा चालकों को इस पहल के अंतर्गत शामिल किया गया है, जिन्हें महिलाओं की सुरक्षा और आपातकालीन स्थितियों में सहायता प्रदान करने का प्रशिक्षण दिया गया है। भविष्य में इस कार्यक्रम को और भी विस्तारित किया जाएगा।
इस ख़ास कार्यक्रम को लेकर शनिवार को एक कार्यशाला आयोजित हुई। यहाँ मौजूद जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि शक्ति वंदन 2.0 के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण और उनकी सुरक्षा के प्रति समाज को जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं। 'शक्ति सारथी' पहल के अंतर्गत ऑटो चालकों को प्रशिक्षित किया गया है, ताकि महिलाएं बिना किसी डर के यात्रा कर सकें। यह कार्यक्रम समाज में महिलाओं के प्रति सकारात्मक बदलाव लाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कार्यक्रम जीरो वेस्ट इवेंट के रूप में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें कार्यक्रम स्थल पर उत्पन्न कचरे का समुचित निस्तारण सुनिश्चित किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विकास कार्यों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और आधारभूत ढांचे में हुए सुधारों को प्रदर्शित किया जाएगा। "शक्ति सारथी" थीम पर एक पेंटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसमें बच्चों द्वारा बनाई गई 50 सर्वश्रेष्ठ पेंटिंग्स की प्रदर्शनी लगेगी। कार्यक्रम में उन 9 महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अपने कार्यों से समाज में विशेष योगदान दिया है। ये महिलाएं अपने अपने क्षेत्र में उदाहरण स्थापित करने वाली हैं और उनके कार्य समाज के लिए प्रेरणास्रोत हैं।। गोण्डा से प्रदीप पांडेय की ख़ास रिपोर्ट।।