शनिवार, 26 अक्टूबर 2024

लखनऊ : पुलिस कस्टडी में एक और युवक की हुई मौत,परिजनों मे आक्रोश,हत्या का आरोप।||Lucknow: Another youth died in police custody, family members are angry, allegations of murder.||

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लखनऊ : 
पुलिस कस्टडी में एक और युवक की हुई मौत,परिजनों मे आक्रोश,हत्या का आरोप।।
साथी के साथ हुए विवाद मे पुलिस लायी थी थाने।।
दो टूक : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के थाना चिनहट पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत हो गई। मौत की सूचना पर पहुचे परिजनों ने हंगामा करते हुए पुलिस पर पीट पीटकर हत्या का आरोप लगा रहे है। पुलिस का दावा है कि दो पक्षो के विवाद मे स्थानीय पुलिस ने मोहित पांडे नामक युवक को शांतिभंग की आशंका में पकड़ा गया था, लेकिन उसकी तबीयत खराब हो गई और इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हुई. लेकिन मोहित के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने एक लोकल नेता के कहने पर रात भर हवालात में उसकी पिटाई कर उसे मार डाला।पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी परिजनों के आरोप पर जांच कराने की बात कह रहे हैं।
विस्तार :
मिली जानकारी के अनुसार मृतक युवक मोहित पाण्डेय थाना चिनहट क्षेत्र देवारोड़
अपट्रान इलाके मे नयी बस्ती जैनाबाद गांव का रहने वाला था बताया जा रहा है कि शुक्रवार को दो पक्षो मे झगड़े के बाद पुलिस ने मोहित पांडे और उनके भाई शोभाराम को थाना चिनहट लेकर आई थी और  पुलिस हिरासत में मोहित पाण्डेय की मौत हो गई , वह स्कूल ड्रेस बेचने का काम करता था। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है रात में ही पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। वरिष्ठ पुलिस अधीकारियों मामला को संज्ञान मे लिया है।मोहित पांडे की मौत के बाद उसके साथ हिरासत में लिए गए भाई शोभाराम को पुलिस ने छोड़ दिया।
लॉकअप में ही मोहित की हो गई थी मौत।
मोहित पांडे की मौत के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और उसके साथ हिरासत में लिए गए भाई शोभाराम को आनन फानन मे पुलिस ने छोड़ दिया। 
शोभाराम का कहना है कि पुलिस ने मुझे और मोहित को शुक्रवार रात 9 बजे साथी से झगड़े के बाद गिरफ्तार किया था। रात में पुलिस ने जब हिरासत में लिया तभी से जमकर मारपीट शुरू कर दी मेरे सामने भाई को पीटा जा रहा था। मैं देख कर भी उसे नहीं बचा सका। वह तेज-तेज चीख रहा था। बोल रहा था, दरवाजा खोल दो नहीं तो मैं मर जाऊंगा। फिर भी पुलिस वाले कुछ सुनने को तैयार नहीं थे। भाई ने लॉकअप में ही दम तोड़ दिया था। इसके बाद पुलिस उसे हॉस्पिटल ले गई।
मोहित की मौत के बाद परिजनों का फूटा गुस्सा।
पुलिस हिरासत मे मोहित की मौत के बाद परिजनों गुस्सा फूट पड़ा और लोहिया अस्पताल पहुचकर लोहिया हॉस्पिटल के बाहर प्रदर्शन करने लगे। और थाना प्रभारी को हटाने की मांग करते हुए लोग सड़क पर उतर आए और जाम लगाने की कोशिश की। पुलिस समझाकर सभी को अस्पताल के अंदर ले गई। लोगों में आक्रोश के चलते लोहिया अस्पताल में कई थानों की फोर्स तैनात की गई है। 
◆ एडीसीपी पूर्वी एसपी पंकज सिंह ने कहा कि मोहित को शांति भंग की आशंका में हिरासत में लिया गया था उसकी तबीयत बिगड़ने के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई उन्होंने परिवार द्वारा लगाए गए मारपीट के आरोपों की जांच कराने की बात भी कही यह घटना पुलिस हिरासत में होने वाली मौतों को लेकर फिर से सवाल खड़े करती है। परिजनों की मांग है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सजा मिले।
13 दिन पहले भी पुलिस हिरासत मे अमन की हुई थी मौत।
थाना विकास नगर सेक्टर आठ अंबेडकर पार्क में शुक्रवार देर रात जुआ खेले जाने की सूचना पर पुलिस पहुंची थी। मौके से पुलिस ने 25 वर्षीय अमन और उसके साथी को पकड़ा था और थाने लेकर आई तभी अमन बेसुध हो गया था। पुलिस वाले उसे अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था।
परिवारीजन का आरोप कि पुलिस ने अमन
को बुरी तरह से पीटा, जिससे उसकी मौत हुई है। उधर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का
कारण हार्ट अटैक बताया गया है। मौत की
जानकारी मिलते ही परिवारीजन ने
खुर्रमनगर जाने वाली सड़क जाम कर
प्रदर्शन शुरू कर दिया।
मृतक युवक के चाचा का आरोप-