आजमगढ़ :
सांड के चपेट में आने से स्टूडियो संचालक की हुई मौत,साथी घायल।।
।। सिद्धेश्वर पाण्डेय।।
दो टूक : आजमगढ़ जिले के अहरौला थाना क्षेत्र के गनवारा के पास साड़ से बाइक सवार के टकराने स्टूडियो संचालक की मौत हो गयी ,जबकि साथी गम्भीर रूप से घायल हो गया । पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम में भेज दिया , स्टूडियो के संचालक की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया । स्टूडियो संचालक इसी थाना क्षेत्र शाल्लाहगढ़ से शादी कार्यक्रम का वीडियो बनाकर लौट रहा था ।
अहरौला थाना उदैना गांव का रहने वाला 32 वर्षीय युवक अजय कुमार अग्रहरी पुत्र स्वर्गीय सूरज अग्रहरि अहरौला के चांदनी चौक पर पूर्वांचल स्टूडियो के नाम से स्टूडियो चलाता है । बीते रविवार की शाम अहरौला थाना क्षेत्र के शल्लाहगढ एक शादी के फंक्शन में अपने सहयोगी बरेंद्र पुत्र जोखू उम्र 25 वर्ष निवासी दनियालपुर थाना अहरौला के साथ वीडियो रिकॉर्डिंग करने के लिए गया था । वहां से काम खत्म होने के बाद आज सोमवार को अपनी पल्सर बाइक से बाइक चलाते हुए सहयोगी को पीछे बैठाकर माहुल अहरौला रोड से घर वापस आ रहा था , रास्ते में गनवारा बाजार के पास बीच रोड पर बैठा छुट्टा काला सांड से अजय की बाइक टक्कर हो गई बाइक इतनी ऊपर उछली उसका हेलमेट निकलकर बाहर चला गया और वह सीधे सर के
ही बल रोड पर गिरा और उसके सर में गंभीर चोट लग गई और बाइक दूर जाकर गिरी जो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई । पीछे बैठा सहयोगी बलेन्दर पुत्र जोखू वह भी घायल हो गया उसका पैर टूट गया । घायल अवस्था में पड़े दोनों लोगों को राहगीरों ने रोड से किनारे किया और इसकी सूचना उनके परिवार में दिया । घटना की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। परिवार के कुछ लोग घटनास्थल पर पहुंचे और दोनों घायलों को माहुल में एक प्राइवेट हॉस्पिटल मे ले गए जहां डॉक्टर ने अजय को मृत घोषित कर दिया ।75 वर्षीय माता लक्ष्मी देवी का जवान बेटे की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई और बेहोश हो गई मृतक दो भाइयों में छोटा था । दूसरा बड़ा भाई संजय कुमार अग्रहरी घर पर ही रहता था । एक वर्ष पहले पिता सूरज अग्रहरि की भी मौत हो चुकी है । अभी छठ पूजा के दिन परिवार में उसके भाभी ने एक नन्ही सी बच्ची को जन्म दिया था । 15 दिन पहले ही लोन लेकर अजय कुमार लाखों रुपए की लागत का शादी विवाह फंक्शन के लिए बड़ा ड्रोन कैमरा लेकर आया था और अपनी मां से ही उसने उसे कैमरे का उद्घाटन कराया था । परिवार में बहुत खुशी का माहौल था लेकिन देखते ही देखते खुशियां मातम में बदल गई । छुट्टा पशु का आतंक चाहे खेत हो या फिर खलिहान गांव हो या बाजार हर तरफ दिखाई दे रहा है ,और यही कारण है कि आये दिन दुर्घटनाए हो रही है । फिलहाल अजय कुमार अविवाहित था और काफी मिलनसार के साथ परिवार का इकलौता भरण पोषण करने वाला जिम्मेदार था ।