शनिवार, 9 नवंबर 2024

बलरामपुर :शीत लहर से बचाव को लेकर जिला प्रशासन की तैयारियां तेज।||Balrampur:The district administration is gearing up to protect against the cold wave.||

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 बलरामपुर :
शीत लहर से बचाव को लेकर जिला प्रशासन की तैयारियां तेज।।
जिलाधिकारी ने अन्तर्विभागीय बैठक कर अधिकारियों को दिए निर्देश।।
दो टूक : जिला प्रशासन द्वारा आगामी दिनों में संभावित शीत लहर एवं ठण्ड से जनसामान्य एवं गौवशों को बचाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। तैयारियों के दृष्टिगत जिलाधिकारी पवन अग्रवाल ने सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए है। 

बैठक में जिलाधिकारी ने सभी एसडीएम और नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया कि नगर निकायों तथा अन्य आवश्यक स्थानों पर आश्रयहीन एवं बाहर से आने वाले लोगों के लिए रैन बसेरे बनवाएं तथा प्रत्येक रैन बसेरे के लिए नोडल अधिकारी एव ंकेयर टेकर नियुक्त करें। उन्होंने ने निर्देशित किया कि रैन बसेरे में चारपाई, बिस्तर, रजाई-गद्दा, अलाव, शुद्ध पेयजल, शौचालय, प्रकाश आदि की समुचित व्यवस्था की जाये तथा अलाव के लिए समय से लकड़ी का क्रय कर लिया जाय। ईओ बलरामपुर को निर्देशित किया कि संयुक्त चिकित्सायल एवं मेमोरियल हॉस्पिटल में भी रैन बसेरा बनवाएं तथा बनवाए गए रैन बसेरों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय। रैन बसेरों तक पहुंचने के लिए दूरी आदि का विवरण के साथ बैनर लगवाएं जायें ताकि लोग आसानी से वहां तक पहंुच सकें।

    जिलाधिकारी ने एआरएम रोडवेज व एआरटीओ को निर्देश दिए कि अभियान चलाकर रोडवजे बसों,  ट्रकों, चीनी मिल की गाड़ियों, ट्रैक्टर-ट्रालियों, बैलगाड़ियों आदि पर रेडियम रेफ्लेक्टर लगवाएं जिससे कुहरे के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके। जिलाधिकारी डीपीआरओ और सीवीओ को निर्देशित किया कि प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित कराएं कि ठण्ड से किसी भी गौवंश की मृत्यु न हो। गौ आश्रय केन्द्रों में गौवंशो के लिए पर्याप्त पानी, चारा व यथा संभव टाट के बोरे तथा गौशालाओं में भी अलाव का प्रबन्ध किया जाय। मुख्य चिकित्साािकारी को निर्देशित किया गया कि वे यह सुनिश्चित करायें कि पशु चिकित्साधिकारी नियमित रूप से गौआश्रय स्थलों का निरीक्षण करते रहें तथा पशु चिकित्साधिकारियों द्वारा गौवंशों का स्वास्थ्य परीक्षण व आवश्यक टीकाकरण भी कराया जाय। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एवं जिला पंचायतराज अधिकारी को निर्देशित किया गया कि वे गौशालाओं के आस-पास के ग्राम प्रधानों से वार्ता कर गौशालाओं के लिए पराली मंगवाएं। जिससे जहां एक ओर गौशालाओं में गौवंशों के लिए चारे का प्रबन्ध हो सकेगा वहीं दूसरी ओर पराली जलाने की घटनाओं में कमी आएगी। 

    लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सर्दी के मौसम में कुुहरे के कारण सड़क दुर्घटनाएं बढ़ जाती है। सड़कों के ब्लैक स्पाट्स पर विजिविल्टी न होने के कारण वाहनों में आमने-सामने की टक्कर होने की घटनाएं प्रकाश में आती रहती हैं। इसलिए सुरक्षा के दृष्टिगत ब्लैक स्पाट्स,पुलिया, शार्प कट्स का चिन्हांकन कर वहां पर बोर्ड/रेफ्लेक्टर लगवाये जायें। सड़कों, पुल/पुलियों आदि की आवश्यकतानुसार सामान्य मरम्मत का कार्य अनिवार्य रूप से करा लिया जाये। राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि राजमार्गों पर जेब्रा क्रासिंग, रेडियम साइनेज आदि लगवाएं जिससे सड़क दुर्घटनाआंे की संभावना कम रहे। 

  मुख्य चिकित्साधिकारी को  निर्देशित किया कि शीत लहर के दौरान डायरिया एवं ठण्ड से बीमार होने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में आवश्यक है समस्त अस्पतालों में चिकित्सकों की उपस्थिति एवं आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाये। मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया कि अस्पतालों में मरीजों के तीमारदारों को ठण्ड से बचाने के लिए नगर निकायों के अधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए यथा आवश्यक रैन बसेरे बनवाएं एवं अलाव का प्रबन्ध सुनिश्चित करायें। 
बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व प्रदीप कुमार, सीएमओ डा0 मुकेश रस्तोगी, जिला आपदा विशेषज्ञ अरूण सिंह, सभी एसडीएम व नगर निकायों के ईओ, एक्सईएन पीडब्लूडी, एआरटीओ, डीपीआरओ, सीओ सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।