दो टूक, गोण्डा- इटियाथोक शिक्षा क्षेत्र के करीब दो दर्जन परिषदीय विद्द्यालयो के ऊपर से हाईटेंसन विजली लाइन वर्षो से गुजर रही है जो किसी बड़े हादसे का कारण कभी भी बन सकती है। सम्बंधित विभागो के जिम्मेदार अधिकारी मामले की जानकारी होने के बावजूद भी इन लाइनो को हटवाने मे ख़ास रूचि नहीं ले रहे हैँ। ऐसे मे सम्बंधित विद्द्यालयो के शिक्षकों और बच्चो को जान जोखिम मे डालकर पठन पाठन का कार्य करना पड़ रहा है। यहाँ अनेक जगह विद्यालयों के ऊपर से गुजरी विद्युत लाइनें बच्चों के लिए जानलेवा और खतरा बनी है लेकिन इस तरफ कोई ध्यान देने वाला नहीं है। क्षेत्र के तमाम बच्चों की पढ़ाई और खेलकूद की सुरक्षा को खतरे में डालने वाली यह लापरवाही विद्युत और शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाती है। बच्चे इन खतरनाक लाइन के नीचे न सिर्फ खेलते हैं, बल्कि अपनी पढ़ाई भी यहीं करते हैं। तेज हवाओं में तारों से स्पार्किंग होती है और बारिश में खतरा और बढ़ जाता है।
उच्च प्रा०वि० मेहनवन, गोसेन्द्रपुर और लोहशीसा सहित कम्पोजिट विद्द्यालय बस्ती, कम्पो०वि० तेलियानी कानूनगो, कम्पो०वि० गनेशपुर ग्रन्ट और कम्पो०वि० दुल्हमपुर मे यही हाल है। इसके साथ ही प्रा0वि0 अयाह द्वितीय, प्रा०वि० चुरिहारपुर, प्रा०वि० हरदैया, प्रा०वि० बड़ी पड़री, प्रा०वि० जगतापुर, प्रा०वि० जोकाही, प्रा०वि० सरकाण्ड, प्रा०वि० बखरवा, प्रा०वि० रमगढ़िया, प्रा०वि० लखनीपुर, प्रा०वि० श्रीनगर, प्रा0वि0 ज्ञानापुर धन्नी, प्रा०वि० विशुनपुर संगम, प्रा०वि० करूवापारा, प्रा०वि० परसिया बहोरीपुर और प्रा०वि० दिखलौल के परिसर मे भी हाई टेंसन विजली लाइन मौजूद है जो खतरे को दावत दे रही है।
"क्या बोल रहे जिम्मेदार"
खंड शिक्षा अधिकारी हेमलता त्रिपाठी ने बताया की क्षेत्र के 23 विद्द्यालयो से ऐसे विजली लाइनो को हटाने के लिए विद्युत विभाग को कई बार पत्र हमारे विभाग द्वारा भेजे गए, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इस बावत विजली विभाग के एसडीओ पियूष सिंह ने कहा की हर जगह सर्वे हो गया है, विजनेस प्लान कुछ जगह पास हो गया और कुछ जगह प्रक्रिया मे है, जल्द ही लाइनो को हटाने का काम शुरू होगा।। गोण्डा से प्रदीप पांडेय की रिपोर्ट।।