शनिवार, 16 नवंबर 2024

लखनऊ :Digital Arrest कर लाखों की ठगी करने वाले दो शातिर ठग गिरफ्तार।||Lucknow:Two cunning thugs who defrauded lakhs of rupees through digital arrest arrested.||

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लखनऊ :
Digital Arrest कर लाखों की ठगी करने वाले दो शातिर ठग गिरफ्तार।
दो टूक : सीबीआई नारकोटिक्स, क्राईमब्रांच के अधिकारी बनकर Digital Arrest कर ठगी करने वाले गिरोह के दो शातिर साइबर आरोपियों को  STF टीम ने लखनऊविभूति खण्ड क्षेत्र गिरफ्तार कर विधिक कार्रवाई की है।
विस्तार
 यू पी एस०टी०एफ० अपर पुलिस अधीक्षक विशाल विक्रम सिंह ने जानकारी दी कि
सीबीआई/नारकोटिक्स/क्राईमब्रांच के अधिकारी बनकर Digital Arrest कर ठगी करने वाले संगठित गिरोहों के सक्रिय दो सदस्यों को एसटीएफ टीम ने मुखबिर की सूचना पर लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है। जिनका नाम राज कुमार शेखावत, निवासी बानेंसुर कोठपुतली बहरोड, राजस्थान,2- संदीप दोहरे निवासी इसाई टोला खाटीबाबा झांसी के रहने वाले दोनो नोएडा मे रहकर आंनलाइन ठगी का काम करते है। इन लोगों ने  डा अशोक सोलंकी निवासी लखनऊ को दो दिन तक जांच के नाम पर Digital Arrest कर 48.00 लाख रूपये की ठगी की गयी थी। जिसके संबंध में
 थाना साइबर क्राइम, लखनऊ में मुकदमा दर्ज है। 
गिरफ्तार साइबर ठग राज कुमार सिंह ने पूछताछ में बताया कि मैं बानसुर राजस्थान का मूल निवासी हूँ और वर्तमान में नोएडा में रहता हूँ। मेरे दोस्त विवेक प्रजापति ने मुझसे पेआउट/पेइन के बारे में बताया और कहा कि अगर तुम कारपोरेट एकाउन्ट की व्यवस्था कर लोगे तो हमे उस एकाउन्ट में जितना पैसा आयेगा उसका 30 प्रतिशत कमीशन मिलेगा। मार्च 2024 में हमारा साथी पंकज फाड (डिजिटल अरेस्ट) की ट्रेनिंग के लिए कम्बोडिया गया वहां पर पंकज ने एक चाइनीज कम्पनी में ट्रेनिंग ली। ट्रेनिग के बाद पंकज इंडिया वापस आ गया और हम लोग मिलकर फाड का काम करने लगे। अगस्त 2024 में विवेक व पंकज ने मुझसे कहा कि एक आईसीआईसीआई का एकाउन्ट होल्डर नोएडा आ रहा है उसके एकाउन्ट में काम किया जायेगा। फिर हम लोग नोयडा के सेक्टर-62 में एक होटल में एकत्र हुए, मैने और मेरे एक दोस्त ने एकाउन्ट होल्डर के एसएमएस अलर्ट नम्बर पर एपीके एप / साफटवेयर लोड किया था एवं हमने कार्पोरेट एकाउन्ट का डिटेल चेक बुक एटीएम व सिम लेकर करीब 6-7 दिन लगातार इस बैंक खाते में रू 08 करोड़ की ठगी की। उसमें से हम लोगों ने 30 प्रतिशत कमीशन काटकर आपस में बांट लिया व शेष 70 प्रतिशत क्रिप्टो के माध्यम से चाइनीज लोगों के वॉलेट में कम्बोडिया भेज दिया था। इनके अतिरिक्त में और भी लोगों के साथ ट्रान्जेक्शन का काम कर ठगी करता हूँ। अभी दीपावली के पहले केवीबी बैंक एकाउंट के माध्यम से 36 लाख का फ्राड किया गया जिसमें मुझे 07 लाख कमीशन का मिला तथा दीपावली के बाद हम लोगो ने केनरा बैंक खाता सं० 120026491880 में लगभग 2.5 करोड़ की साइबर ठगी का काम किया है। इन्ही पैसों से मैने मिवादी राजस्थान में 31 लाख रूपये का एक फ्लैट बुक कराया है। मैं व पंकज मिलकर कम्बोडिया में सिक्योरिटी के तौर पर अपना आदमी भेजने की तैयारी कर रहे थे जिसके बाद वहा से कालिंग कराकर और भी ठगी की जा सके।
गिरफ्तार अभियुक्त संदीप दोहरे ने राजकुमार की बातों का समर्थन करते हुए बताया कि मेरा एक दोस्त सागर अहिरवार ने मुझे कार्पोरेट एकाउन्ट के सम्बन्ध में बताया और कहा कि क्या इस तरह के एकाउन्ट मिल जायेगे तो उसमें ट्रांजेक्शन कर रूपये कमाये जा सकते है तो मैंने इसके सम्बन्ध में अपने दोस्त रोहित सेखरवार व सनी से के माध्यम से एकाउन्ट की डिटेल एकत्र कर सागर को देने लगा जिसपर सागर पंकज के माध्यम से ठगी कराता था। हम लोग सिर्फ स्कैम वन शाट पर एक ही दिन काम करते थे। मैं फील्ड से बैंक खाते एकत्र कर सागर को देता था सागर आगे एकाउंट भेजकर उसमें रूपये डलवाता था और सभी को कमीशन मिलता था। मैने सागर को अब तक लगभग 50 बैंक खातों की डिटेल उपलब्ध करायी है।
ठगों द्वारा बताये गये बैंक खाते, वालेट की जानकारी/परीक्षण व गिरोह के अन्य सदस्यो की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे है। अभियुक्तों से बरामद इलेक्ट्रानिक उपकरणों का फारेंसिक परीक्षण कराया जोयेगा।
उपरोक्त गिरफ्तार अभियुक्तों को मु०अ०सं० 142/2024 धारा 319(2),318(2),338, 336, 340, 61(2)ए BNS व 66 डी आईटी एक्ट, साइबर क्राइम थाना लखनऊ में दाखिल कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।