गोण्डा :
नगर पंचायत में कई काम अधूरे, धीमी गति से चल रहा विकास का पहिया।
दो टूक : गोंडा जनपद के धानेपुर नगर पंचायत में शामिल चार ग्राम पंचायतो से पंचायती राज विभाग का नियंत्रण हटने के बाद लाखों रुपयों की लागत से बने सचिवालय और सामुदायिक शौचालयों का उपयोग नही हो पा रहा है।
यही वजह है इन भवनों की स्थिति दिन ब दिन खराब होती जा रही है। सचिवालय में रखे उपकरण धूल फांक रहे रहे हैं। सामुदायिक शौचालयों में लगी सीटें पाइप लाइन सहित अन्य संसाधन टूट कर बिखरे पड़े हैं।
●ईओ रागिनी वर्मा ने बताया की इन सभी पर नगर पंचायत विचार कर रहा है। हैण्डओवर से जुड़ी खानापूर्ति में अधिक समय लगा। सामुदायिक शौचलय और सचिवालय अच्छी स्थिति में है। सब ठीक करा दिया गया है।
●नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि मंशाराम वर्मा ने इस सम्बन्ध में बताया की सामुदायिक शौचालय और सचिवालय अभी तक नगर पंचायत को हैंडओवर नही हुआ है।
नगर पंचायत के बजट से मरम्मत इत्यादि कराने के बाद उपयोग में लिया जाएगा। इसके साथ ही जितने सचिवालय बने हुए उन सभी को मैरिजहाल में बदल कर शादी समारोह इत्यादि के लिए सुलभ बनाया जाएगा।
वही दूसरी तरफ खण्ड विकास अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद यादव का कहना है की इन सभी सरकारी उपक्रमों को नगर पंचायत को हैण्ड ओवर किया जा चुका है। नगर पंचायत के जिम्मेदार लोग अपने कार्यालय से सम्पर्क कर लें।
बता दें की नगर पंचायत के खीरभारी वार्ड सहित अन्य वार्डो में आरसीसी सड़क का निर्माण शुरू किया गया था गुणवत्ता पूर्ण निर्माण न होने के कारण सभासदों के साथ नगर वासियो के विरोध के बाद लम्बे समय से निर्माण रुका है। हरिशंकर राय बताते हैं की जहां भी मनमानी का विरोध हुआ काम रोक दिया गया ठेकेदार निरंकुश रहना चाहते है।
सड़क निर्माण न होने से आवागमन में परेशानी हो रही है।
साथ नगर पंचायत का विकास पीछे होता जा रहा है। विकास कार्य अपने समयावधि में गुणवत्ता पूर्ण होना चाहिए। जिम्मेदारों के अलग अलग बयानों से यही साबित होता है की नगर पंचायत में शामिल ग्राम पंचायतों की पुरानी सम्पत्ति में कोई ख़ास रूचि नही है। कई नए काम भी अधूरे पड़े हैं।