शुक्रवार, 20 दिसंबर 2024

अम्बेडकर नगर : ठंड में भी बिना स्वेटर स्कूल आने को मजबूर नौनिहाल।||Ambedkar Nagar : Children are forced to come to school without sweaters even in the cold.||

शेयर करें:
अम्बेडकर नगर : 
ठंड में भी बिना स्वेटर स्कूल आने को मजबूर नौनिहाल।।
।। ए के चतुर्वेदी।।
दो टूक : कड़ाके की ठंड में भी 10 हजार से अधिक नौनिहाल बिना स्वेटर ही स्कूल जा रहे हैं। बच्चों की समस्या से शिक्षक व बेसिक शिक्षा विभाग भी अवगत है लेकिन इसका समाधान नहीं हो पा रहा। कहीं, विभाग तो कहीं अभिभावक की लापरवाही के चलते खाते में रुपये नहीं पहुंचे और बच्चे ठिठुरने को विवश हैं।जनपद में 1063 प्राथमिक विद्यालय, 235 उच्च प्राथमिक और 285 कंपोजिट विद्यालय समेत 1583 परिषदीय स्कूल में दो लाख से अधिक छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। इन स्कूलों में सरकार शिक्षा के साथ-साथ पुस्तक, ड्रेस, जूता- मोजा, स्वेटर तथा मध्याह्न भोजन जैसी सुविधाएं मुफ्त में मुहैया करा रही हैं। शैक्षिक सत्र 2021-22 में व्यवस्था में किए गए बदलाव के तहत सरकार की तरफ से इन मदों में खर्च होने वाली रकम को सीधे अभिभावकों के खाते में भेजने की व्यवस्था कर दी गई, ताकि अभिभावक बच्चों को समय पर उनके हिसाब से यह संसाधन उपलब्ध करा सकें।इसके बावजूद बच्चोंं को सरकार द्वारा भेजी जाने वाली राशि न मिल पाने का सबसे बड़ा कारण आधार कार्ड बना हुआ है। परिषदीय विद्यालय में जो बच्चे इन दिनों बिना स्वेटर के पहुंच रहे हैं उनमें 70 फीसदी का आधार कार्ड ही नहीं बन सका है। अकबरपुर में राबीबहाउद्दीन निवासी सुरेश राजभर ने बताया कि बेटे का आधार कार्ड ही नहीं बन पा रहा है, इस कारण स्वेटर का पैसा भी नहीं मिला है।प्राथमिक विद्यालय दुल्हूपुर में 193 छात्र-छात्राएं पंजीकृत मिले। इसमें से 140 बच्चे ही उपस्थित रहे। मौके पर 10 बच्चे बिना स्वेटर के स्कूल पहुंचे थे। प्रधानाध्यापक सत्य प्रकाश शुक्ल ने बताया कि जो बच्चे बिना स्वेटर के आ रहे हैं उनके अभिभावकों को फोन कर के स्वेटर खरीदने के लिए कहा गया है। बच्चों के आधार कार्ड में संशोधन समेत अन्य कारणों से सरकारी धन उनके खाते में नहीं जा पा रहा है।प्राथमिक विद्यालय भियांव में पंजीकृत 108 छात्र-छात्राओं में 60 बच्चे उपस्थित रहे। यहां भी 15 बच्चे बिना स्कूल के पहुंचे थे। शिक्षकों ने बताया कि बच्चों के परिजनों को बार-बार बताया जा रहा है कि स्वेटर और ड्रेस खरीद दें, लेकिन वे लापरवाह बने हैं। अब घर जाकर उनसे मिलकर उनको खरीदारी के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि विद्यालय में सफाई नहीं होती है। सफाईकर्मी महीने में एक ही बार सफाई करने आता है। इसकी शिकायत बीडीओ को भी दी गई है।कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय हैदराबाद में विद्यालय के बाहर धूप में बैठकर बच्चे पढ़ाई करते नजर आए। यहां 378 पंजीयन के सापेक्ष 301 बच्चे उपस्थित थे। इनमें से 10 बच्चे बिना स्वेटर के पहुंचे थे। प्रधानाध्यापक संतोष कुमार सिंह ने बताया की अभिभावकों को फोन करके बताया गया है कि ठंड शुरू हो गई है। बिना स्वेटर के बच्चों को न भेजें, इसके बाद भी लापरवाही बरती जा रही है।प्राथमिक विद्यालय अफजलपुर अकबरपुर में 206 बच्चे पंजीकृत मिले। इनमें से 155 विद्यालय में उपस्थित थे। यहां 20 बच्चों का आधार कार्ड नहीं बना होने के नाते उनके खाते में स्वेटर की धनराशि नहीं भेजी जा सकी है। वे बिना स्वेटर के लिए ठंड में ठिठुरते नजर आए। प्रधानाचार्य खुर्शीद आलम अन्य शिक्षकों के साथ बच्चोंं को धूप में बैठकार पढ़ाते नजर आए।ड्रेस और स्वेटर की धनराशि 90 फीसद से अधिक छात्र-छात्राओं के अभिभावकों के खाते में भेजी जा चुकी है। बहुत से बच्चों के अभिभावकों ने अभी तक अपने बच्चों को आधार कार्ड ही नहीं बनवाया है। ऐसे अभिभावकों को आधार कार्ड बनवाकर संबंधित प्रधानाचार्य को मुहैया कराने को कहा गया है, ताकि उनके खाते में धनराशि को भिजवाया जा सके। - बीपी सिंह, बीएसए