अम्बेडकर नगर :
सुलगते कूड़े के ढेर निकल रहे जहरीले धुआं,सांस लेने मे हो रही कठिनाई।
◆चार करोड़ खर्च, फिर भी नहीं हो रहा कूड़े का समुचित निस्तारण
||ए के चतुर्वेदी||
दो टूक : अंबेडकर नगर जनपद के अकबरपुर नगर पालिका क्षेत्र में कूड़े से कंपोस्ट खाद बनाने की परियोजना पर नगर पालिका प्रशासन ने चार करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर चुका है। इसके बाद भी शहर के बीच कूड़ा फेंककर निकाय कर्मी उसे आग के हवाले कर नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने में जुटे हैं। निकाय प्रशासन और प्रदूषण विभाग इससे बेखबर बना हुआ है।नगर पालिका अकबरपुर की सवा लाख की आबादी के घरों से से हर दिन 32 टन से अधिक सूखा और गीला कूड़ा निकलता है। इसके निस्तारण को लेकर निकाय ने वर्ष 2019 में शहर से आठ किलोमीटर दूर कचना गांव में दो करोड़ रुपये से जमीन क्रय कर कंपोस्ट खाद बनाने की नींव डाली। दो करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर वहां बाउंड्रीवॉल समेत अन्य संसाधन दुरुस्त किए। वर्ष 2022 में एक करोड़ रुपये से कूड़े से खाद बनाने की मशीन का क्रय किया। गत वर्ष यहां कूड़े से खाद बनाने की प्रक्रिया धरातल पर उतर आई।इसके बाद भी शहर की मुख्य सड़कों पर कूड़ा डालने पर निकायकर्मी बाज नहीं आए। निकाय प्रशासन ने कर्मचारियों पर कार्रवाई का चाबुक चलाना शुरू किया तो शहर से निकलने वाला कूड़ा कचना स्थित कंपोस्ट खाद प्लांट पर जाने लगा। पिछले कुछ माह से एक बार फिर से निकायकर्मियों की मनमानी शुरू हो गई है। मिर्जापुर कोडरा मोहल्ले में शहर से निकलने वाले कूड़े को डंप किया जा रहा है।
स्थानीय निवासी सुधीर कुमार, राजेश तिवारी, अमनसेन, दिवाकर राजभर, सभाजीत, राकेश, दिनेश समेत अन्य स्थानीय नागरिकों का कहना है कि जब से कूड़ा डंप किया जा रहा है, तब से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। ऐसे में संक्रामक बीमारियों का खतरा भी बढ़ने लगा है।
किसानों पर चाबुक, निकाय पर मेहरबानी
पराली जलाने को लेकर किसानों पर सेटेलाइट से निगरानी की जाती है। पराली जलते मिलने पर इन पर प्रशासन जुर्माना लगाने से भी गुरेज नहीं करता है। शहर के बीच कूड़ा जलाने के बाद भी निकाय प्रशासन पर कोई जुर्माना व कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। नागरिकों के बीच यह चर्चा का विषय बना है।
कर्मचारियों की फौज फिर भी लापरवाही
नगर पालिका अकबरपुर की सफाई व्यवस्था के लिए 350 सफाईकर्मियों समेत हर वार्ड की सफाई की निगरानी के लिए सफाई नायकों की तैनाती है। ट्रैक्टर, जेसीबी, कूड़ा वाहन समेत अन्य संसाधनों की कोई कमी नहीं है। इसके बाद भी कर्मचारी शहर की सफाई को लेकर उदासीनता बरत रहे हैं।
*कूड़ा न फेंकने के दिए हैं निर्देश*
बरसात के दिनों में रास्ता खराब होने के कारण कुछ दिनों तक मिर्जापुर कोड़रा में कूड़ा डंप कराया गया था। स्थानीय लोगों ने उसे आग के हवाले कर दिया, जिसके बाद कूड़े को वहां से हटा दिया गया। शहर में कूड़ा न फेंकने के निर्देश कर्मियों को दिए गए हैं। यदि कहीं ऐसा पाया गया तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। - बीना सिंह, ईओ नगर पालिका अकबरपुर
*दोषी पर होगी कार्रवाई*
कूड़े को जलाकर वायु प्रदूषण फैलाने के मामले की जांच कराई जाएगी। दोषी मिलने पर कार्रवाई के लिए इसकी रिपोर्ट बनाकर लखनऊ निदेशालय को भेजी जाएगी। - टीएन सिंह, क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी, अयोध्या मंडल