गोण्डा- जिलाधिकारी नेहा शर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को जिला पर्यावरणीय समिति/ जिला गंगा समिति की बैठक सम्पन्न हुई। जिसमें उन्होंने वर्ष -2024 में हुये वृक्षारोपण के सापेक्ष शतप्रतिशत जीयोटैगिंग करने के निर्देश दिये गये। साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि जो पौधे खत्म हो गए हैं उनके स्थान पर पुनः पौधों को पुनर्जीवित करें। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि सभी विभाग अपने अपने विभाग में लक्ष्य के सापेक्ष शतप्रतिशत जीयोटैगिंग कर लें। इसके अलावा जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में वेटलैंड को अतिक्रमण एवं जलकुंभी से मुक्त किया जाए साथ ही जो वेटलैंड मृत हो चुके हैं उन्हें पुनर्जीवित किया जाए।
बैठक में उन्होंने बताया कि पार्वती अरगा पक्षी विहार से टिकरी शाखा नहर को जोड़ने के संबंध में अनुमति मिल गई है। जल्द ही उपरोक्त कार्य का प्रारम्भ हो जायेगा। बैठक में डीएम ने नगरपालिका गोण्डा को निर्देश दिये हैं कि शहर से निकलने वाले कूड़े का निस्तारण समय से कराते रहे। साथ ही खनन अधिकारी को निर्देश दिया गया है कि जनपद के सभी ईंट भट्ठों का नियमानुसार निरीक्षण करें, ताकि जनपद में कोई भी ईंट भट्ठा अवैध रूप से न चलने पाये। साथ ही साथ जनपद में अवैध खनन पर विशेष ध्यान दिया जाय, ताकि जनपद में कहीं पर अवैध रूप से मिट्टी खनन न होने पाये।
बैठक में डीएम ने सभी विभाग के अधिकारियों से पौधारोपण की गहन समीक्षा करते हुए सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये है कि शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष शतप्रतिशत पौधों के जीयोटैगिंग कराना सुनिश्चित करें। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि मत्स्य विभाग, कृषि विभाग तथा एनआरएलएम विभाग संयुक्त रूप से मिलकर जलकुंभी का समुचित निस्तारण करना सुनिश्चित करें।