गोण्डा :
लखेश्वर नाथ मंदिर की भूमि पर कब्जा, जांच हुई तो ध्वस्त होंगे मकान।
तालाब खेत खलिहान बंजर इत्यादि पर कब्जा करने की खबरे और कार्रवाई तो अक्सर देखने को मिलती है। लेकिन धानेपुर थाना और ब्लाक के बीच एक मंदिर की जमीन पर कब्जा करके मकान बना लेने तक किसी ने आपत्ति तक नही लगाई। जी हां यहां लखेश्वर नाथ मंदिर की भूमि पर मकान व दुकानें बन चुकी है। स्थिति यह की मंदिर सिकुड़ कर एक कोना बन गया है।
बताते चले की ये शिव मंदिर काफी पुराना है। यहां प्रत्येक महाशिव रात्रि को मेला लगता है। श्रद्धालु जलाभिषेक व पूजा अर्चना करते हैं। मिली जानकारी के अनुसार मंदिर की जमीन पर कुछ सालों पहले कैलाश चंद्र श्रीवास्तव ने घर बना कर रहना शुरू कर दिया था मंदिर से बिलकुल सटा कर शौचालय व निवास बना लिया गया था। सुनने में आया है की जिसने भी ऐसा अनुचित कार्य किया वो यहां रह नही पाए लेकिन कभी कभार यहां आते रहते हैं कब्जा बरकरार है।
मंदिर की भूमि पर बनाए रहे इस घर के बाद बाद बगल की जमीन पर दूसरे लोगों ने दुकान व मकान बना लिया।
मंदिर की स्थिति को देख कर मन में सिहरन तो उठती और बरबस ही लोग इंसानों की नियत को कोसते भी हैं लेकिन मंदिर की भूमि पर किए गए कब्जे पर की चुप्पी नही टूट रही है। इसकी एक बड़ी वजह ये भी है की जिन्होंने ने जमीन पर अतिक्रमण कर रखा है वे धनाढ्य है अपने पैसों के दम देवभूमि पर काबिज है। लखेश्वरनाथ मंदिर के नाम दर्ज कागजात भूमि कितनी है इसकी पुख्ता जानकारी जुटाई जा रही है। मौखिक तौर पर जानकारी मिली है की करीब साढ़े छः बिस्वा जमीन मंदिर की तथा शिव वाटिका के नाम भूमि सरकारी दस्तावेजों में अंकित है।
क्षेत्र के ही एक समाज सेवी ने मंदिर की जमीन पर कब्जा किए जाने के मामले को जिलाधिकारी तक पहुंचाने की बात कही है। उन्होंने ने अभी नाम प्रकाश में ना लाने की शर्त पर मौखिक जानकारी दी है।