लखनऊ :
गर्ल्स पीजी कॉलेज में गीता जयंती समारोह का हुआ आयोजन।।
गीता हमें कर्म करने का मार्ग बतातने के साथ लक्ष्य प्राप्ति की शिक्षा देती है : डॉ०कीर्ति नेहां।
दो टूक : राजधानी लखनऊ शहर के प्रतिष्ठित एपी सेन मेमोरियल गर्ल्स पीजी कॉलेज में गीता जयंती समारोह का आयोजन धूमधाम से किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता डॉ.कीर्ति नेहा ने गीता को एक अद्वितीय ग्रंथ बताते हुए कहा कि यह एकमात्र ऐसी पुस्तक है जिसकी जयंती मनाई जाती है। उन्होंने कहा कि गीता हमें न केवल कर्म करने का मार्ग दिखाती है, बल्कि सही और गलत में अंतर करने की भी शिक्षा देती है।
विस्तार :
एपी सेन मेमोरियल गर्ल्स पीजी कॉलेज में आयोजित गीता जयंती समारोह मे डॉ. नेहा ने युवाओं से आह्वान किया कि वे गीता के उपदेशों को अपने जीवन में उतारें। उन्होंने कहा कि गीता हमें आलस्य त्याग कर अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रेरित करती है और जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने की शक्ति प्रदान करती है।
इस अवसर पर आयोजित गीता क्विज प्रतियोगिता में छात्राओं ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया जिसका संचालन श्री सत्यव्रत पांडे ने किया। विजेता छात्राओं को मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कृत किया गया। साथ ही, मंगलमान इंटर्नशिप की छात्राओं को डॉ. प्रोफेसर संजय शुक्ला द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किए गए। मुख्य अतिथि द्वारा
पर्यावरण संरक्षण पर बल देते हुए इस सभी से घर और विद्यालय को प्लास्टिक मुक्त बनाने का संकल्प दिलाया गया।
महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर अर्चना श्रीवास्तव ने बताया कि कॉलेज मंगलमान अभियान के साथ मिलकर सामाजिक परिवर्तन के लिए अग्रसर है। कॉलेज की छात्राएं मंगलमान इंटर्नशिप के माध्यम से सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यों में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं। ये छात्राएं ई-भंडारा, ई-विसर्जन और हिंदी सशक्तिकरण जैसे अभियानों में शामिल होकर पर्यावरण संरक्षण और व्यक्तिगत विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। उन्होंने बताया कि कॉलेज शीघ्र ही मंगलमान के साथ मिलकर एक गांव के सर्वांगीण विकास की योजना पर कार्य करेगा। उन्होंने छात्र-छात्राओं से निस्वार्थ भाव से कार्य करने का आह्वान किया और कहा कि गीता ज्ञान का सार निस्वार्थ कर्म ही है।
मंगलमान अभियान के तहत आयोजित 400वें भंडारे में कॉलेज के सैकड़ों शिक्षक, कर्मचारी, छात्राओं एवं मंगलमान संयोजक प्रोफेसर रामकुमार तिवारी सहित नवल पांडे, उमेश चांदना, ओम प्रकाश चौरसिया ने भाग लिया। कार्यक्रम का सफल संयोजन प्रोफेसर श्वेता तिवारी ने एवं संचालन संस्कृत विभाग की डॉ. ऋषि मुक्ता ने किया।
मंगलमान के बारे में:-
मंगलमान एक सामाजिक सांस्कृतिक पहल है जिसका उद्देश्य व्यक्ति एवं समाज में मंगल भाव को बढ़ाना है लखनऊ के बड़े मंगल की परंपरा को सुव्यवस्थित करते हुए वैश्विक पटल पर ले जाना, विसर्जन को पर्यावरण अनुकूल बनाना, स्व के जागरण हेतु युवाओं को मंगलकार्यों से जोड़ना एवं शिक्षा को संस्कार युक्त करना मंगलमान की प्रमुख गतिविधियां हैं।