लखनऊ :
दोगला शब्द को कोर्ट में आपराधिक माना,परिवाद के आदेश ।
दो टूक : लखनऊ के विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कुंवर मित्रेश सिंह कुशवाहा ने आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर द्वारा सोशल मीडिया एक्स पर उनके प्रति अभद्र भाषा के प्रयोग के संबंध में दिए गए प्रार्थना पत्र को स्वीकार कर परिवाद दर्ज करने के आदेश दिए हैं.
विस्तार:
डॉ० नूतन ठाकूर ने जानकारी देते हुए बताया कि अधिकार सेना के अध्यक्ष
अमिताभ ठाकुर ने अपने प्रार्थना पत्र में कहा था कि उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर पश्चिम बंगाल रेल दुर्घटना के बाद रेल मंत्री को हटाने की मांग की थी. इस पर कॉमन सिटिजन जोधपुर (मोदी का परिवार) नामक एक्स हैंडल से उन्हें "चुप हो दोगले" कहते हुए अन्य अभद्र टिप्पणियां की गई थी. इस अकाउंट से नियमित रूप से अश्लील टिप्पणियां की जा रही है.
कोर्ट ने इस संबंध में थाने से आख्या मांगी थी, जिन्होंने कहा कि आवेदक द्वारा बताए गए शब्दों के संबंध में स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि वह किस प्रकार के अपराध की श्रेणी में आता है. अतः इस संबंध में विधिक राय ली जा रही है, जिसके बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। कोर्ट ने थाने के इस दलील को खारिज करते हुए मामले में प्रथमदृष्टया संज्ञेय अपराध पाया. कोर्ट ने कहा कि इस मामले में घटना से संबंधित समस्त साक्ष्य आवेदक की जानकारी में है, जिसे वह प्रस्तुत कर सकता है. अतः विवेचना कराए जाने का कोई औचित्य नहीं है. कोर्ट में मामले को परिवाद के रूप में दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई के आदेश दिए हैं।