शुक्रवार, 6 दिसंबर 2024

लखनऊ :कलयुगी बेटे ने माता-पिता को जेल भिजवा घर मे कब्जा कर किया चोरी।||Lucknow:Kaliyug's son sent his parents to jail and took over the house and committed theft.||

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लखनऊ :
कलयुगी बेटे ने माता-पिता को जेल भिजवा घर मे कब्जा कर किया चोरी।
PGI पुलिस बुजुर्ग दम्पति की नही कर रही सुनवाई।।
दो टूक : समाजिक सरोकार उठापटक  माथापच्ची से जीवन में इतवार कहाँ है 
दीवारों के कान खड़े हैं रिश्तों में अब प्यार कहाँ है सूने खपरैलों शहर के पक्के घर से पूँछ रहीं अनुशासन सह सम्बन्धों की दीवारें कहां है वक्त की मार ऐसी की अपनी औलाद जान की दुश्मन बन गई है और सभ्य समाज मानवता भूल गया।
इसकी बानगी राजधानी लखनऊ के थाना 
पीजीआई क्षेत्र में एक पुत्र ने पत्नी के आत्महत्या के मामले में अपने माता-पिता को जेल भिजवा दिया और उनके मकान पर कब्जा कर सारे गहने गायब कर दिए। जमानत पर बाहर आए माता-पिता को जब जानकारी हुई तो पुलिस से शिकायत की इस पर पुलिस ने मकान को कब्जा मुक्त कर दिया लेकिन गहने गायब करने की रिपोर्ट दर्ज नहीं की। जिसको लेकर बुजुर्ग दंपति थाने के चक्कर लगा रहे है।
विस्तार :
राजधानी लखनऊ के वृन्दावन योजना सेक्टर 7 सी मे रहने वाले बुजुर्ग मेवालाल अपनी  पत्नी शीला के साथ रहते हैं। 
उनका आरोप है कि तीन माह पूर्व उनकी बहू ने आत्महत्या कर ली थी जिसके बाद बेटे ने माता- पिता के खिलाफ ही रिपोर्ट दर्ज करा दिया था। जिस पर पुलिस ने विधिक कार्रवाई करते हुए बुजुर्ग दंपत्ति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। 
मेवालाल का आरोप है कि बीते माह जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद जब वह घर पहुंचे तो पुत्र उनको घर के अंदर ही नहीं घुसने दे रहा था जबकि घर पिता के नाम से ही बना है। वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस ने पुत्र को फटकार लगाकर मां बाप को घर के अंदर दाखिल करवाया तो पता चला कि पुत्र ने घर के सारे कागज, 30 हजार रुपये और मां बाप के जेवर गायब कर दिए थे, जानकारी करने पर पुत्र ने जान से मरवाने की धमकी दी । इसके बाद लगातार बीते माह से दंपति चोरी का मुकदमा दर्ज करवाने के लिए थाने और चौकी के चक्कर काट रहे हैं लेकिन पुलिस जांच के नाम पर टरका रही है।
◆इंस्पेक्टर पीजीआई रवि शंकर त्रिपाठी ने बताया दंपति ने जरुरी दस्तावेज एवं गहने चोरी का बेटे पर आरोप लगाया है जिसकी पुलिस जांचपड़ताल रही है घटना सही पाए जाने पर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।
प्रार्थना पत्र--