लखनऊ :
कोर्ट के आदेश पर एक साल बाद दर्ज हुआ हत्या का मुकदमा।।
◆ सड़क के किनारे खून से लतपथ रिटायर फौजी का मिला था शव।।
दो टूक : राजधानी लखनऊ के थाना
पीजीआई क्षेत्र में बीती 22 सितंबर 2023 को रिटायर्ड एयर फोर्स कर्मी का खून से लथपथ शव मिलने के मामले में कोर्ट के आदेश पर पीजीआई पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर मामले की विवेचना शुरू कर दी हैं।
विस्तार :
थाना पीजीआई इलाके के वृंदावन योजना सेक्टर 18 में स्थित कैलाश एनक्लेव के सी टावर में रहने वाली हेमलता ने बताया कि बीती 22सितम्बर 2023 की शाम करीब साढ़े चार बजे पति सत्येंद्र कुमार (45) साथी बिल्डरों के साथ टहलने की बात कहकर निकले थे देर रात तक घर वापस न आने पर उन्हें आस पास काफी तलाशा गया लेकिन कोई सफलता नहीं मिल सकी तो वह वापस घर लौट आई थी। 23सितंबर की सुबह उन्हें सूचना मिली थी कि सेक्टर सत्रह में स्थित कॉसा ग्रीन अपार्टमेंट के पीछे झाड़ियों में खून से लथपथ मिला है ।
मौके पर पहुंचकर उन्होंने पति सत्येंद्र कुमार के रूप में पहचान की थी। उनका कहना है कि पति के हाथ की नश कटी हुई थी प्रापर्टी के विवाद में उनकी हत्या की गई है ।
आरोप है कि स्थानीय पुलिस ने उनकी रिपोर्ट तक नहीं दर्ज की जिसके बाद कोर्ट का सहारा लिया एक साल बीत जाने के बाद भी पति के पास मौजूद मोबाइल फोन नहीं मिल पाया है।
प्रापर्टी को लेकर पति की हत्या का आरोप।
पीडिता हेमलता ने केस दर्ज करवाते हुए बताया कि बीते वर्ष पांच सितंबर को फुहार इन्फ्रारियलिटी प्राइवेट लिमिटेड से सुनीता और बादशाह राजपूत नाम के व्यक्ति ने उन्हें फोन कर कहा कि आपके पति ने बच्ची के नाम पर कुछ इन्वेस्टमेंट कर रखा है उस संबंध में आपसे मिलना चाहते हैं। दोनों ने घर पर आने को कहा तो रात करीब 8 बजे घर आए और उनसे पूछा कि क्या आपने FIR दर्ज कर दी है रिपोर्ट नहीं दर्ज होने की बात कही तो उन लोगों ने कहा कि आप चिंता ना करें हम करवा देंगे और FIR दर्ज करवाने के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, आईडी प्रूफ, उनके मौजूदा फ्लैट की रजिस्ट्री की कॉपी और उनके पति के सर्विस डक्यूमेंट जैसे डिस्चार्ज बुक, आई कार्ड की फोटो कपी प्रार्थिनी से मांगे जो उनको दे दिए और एक-दो दिन में संपर्क कर सारे काम करवा देंगे और जो इन्वेस्टमेंट है वह भी आपको वापस कर दिए जाएंगे। कई दिन बीत जाने के बाद दोनों से संपर्क किया गया तो कोई ना कोई बहाना बनाकर टालते रहते थे। इसके बाद हेमलता को शक हो गया है कि दोनों ने अपने साथियों के साथ मिलकर पति द्वारा इन्वेस्ट किए गए पैसों का दुरुपयोग किया गया है।
हेमलता का कहना है कि स्थानीय पुलिस के पास शिकायत भी दर्ज कराई थी और यह तहरीर दी थी की FIR लिखकर उचित जांच की जाए ताकि पति की हत्या के बारे में सच्चाई पता चल सके। पुलिस को कई स्तर पर जांच करने के लिए आग्रह किया लेकिन पुलिस इन चीजों को ना सुनते हुए जांच नहीं करी।
हेमलता ने बताया कि पति के कलाई की बाएं हाथ के कोहनी के ऊपर की नस, और कान के ऊपर की नस कटी पाई गई है जो की दर्शाता है कि किसी पेशेवर ने उनकी मुख्य नसों को काटकर उनकी हत्या की है और शव को झाड़ियां में फेंक दिया हैं।
हेमलता का कहना है कि उसके पति की हत्या पति के साथ के बिल्डरों ने की और जानबूझकर FIR नहीं लिखवाने दी जा रही है क्योंकि वह काफी दबंग प्रवृत्ति के लोग हैं पति के पैसे जो कि उसने उसके साथ उनके रियल स्टेट में लगाया था उसे हड़पना चाहते हैं।
◆पीजीआई इंस्पेक्टर रवि शंकर त्रिपाठी ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर पद्मजा इंफ्रा बिल्ड प्राइवेट लिमिटेड, थ्रू प्रोपराइटर,फुहार इन्फ्रारियलिटी प्राइवेट लिमिटेड, थ्रू प्रोपराइटर,अपर्णा एनक्लेव थ्रू प्रोपराइटर और ओम सई इंफ्रा ट्रक थ्रू प्रोपराइटर के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।