शनिवार, 11 जनवरी 2025

मऊ :पिता की 11 पुण्यतिथि पर बेटे ने जरुरत मन्दो को बांटे कम्बल।|Mau: On the 11th death anniversary of his father, the son distributed blankets to the needy.||

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मऊ :
पिता की 11 पुण्यतिथि पर बेटे ने जरुरत मन्दो को बांटे कम्बल।।
।। डी के कुशवाहा।।
दो टूक : मऊ जनपद के परदहां खण्ड विकास  के बीबीपुर गाव में कमलेश पाल ने अपने पिता की 11 पुण्यतिथि पर अपने पिता की मुर्ती पर मालाला पहना कर 
 गरीबों और असहायों के बीच कंबल वितरित कर समाजसेवा की मिसाल पेश की। इस अवसर पर लगभग 70 जरूरतमंदों को कंबल बांटे गए। साथ ही, समाजसेवा और पत्रकारिता के क्षेत्र में योगदान देने वाले प्रमुख लोगों को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य झलकियां कमलेश पाल के आवास पर आयोजित इस कार्यक्रम में शहर के कई प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने भाग लिया। मान्यता प्राप्त पत्रकार जाहिद इमाम,मान्यता  प्राप्त  पत्रकार उमाकांत त्रिपाठी, मान्यता प्राप्त  पत्रकार देवेंद्र कुशवाहा   , नगेदर ,  और अन्य गणमान्य व्यक्तियों को शॉल देकर सम्मानित किया गया।इस कार्यक्रम में पत्रकार  कमलेश पाल  के बड़े  भाई राजेश पाल और  राजकुमार  ने कहा,
गरीबों की मदद करना और उनके बीच कंबल वितरण करना हमारे पिता के सिद्धांतों को आगे बढ़ाने का एक प्रयास है। यह पुनीत कार्य हमें आत्मिक संतोष देता है।"समाजसेवियों की रही विशेष भूमिका 
इस मौके पर मान्यता प्राप्त  पत्रकार  उमाकांत त्रिपाठी    ने कहा कि इस तरह के आयोजन न केवल दिवंगत आत्मा को शांति देते हैं, बल्कि समाज में मानवीय मूल्यों को भी बढ़ावा देते हैं। कार्यक्रम में उपस्थित अन्य सम्मानित अतिथियों ने भी इस नेक कार्य की सराहना की।
मान्यता प्राप्त पत्रकार  जाहिद  इमाम    ने कहा सामाजिक कार्यों में पत्रकारों की भागीदारी समाज  सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होती है। इस पहल से समाज के वंचित वर्ग को भी लाभ मिलता है।"
70 जरूरतमंदों को मिली मदद
कार्यक्रम में कुल 70 जरूरतमंद व्यक्तियों को कंबल बांटे गए। इस सर्दी के मौसम में कंबल पाकर लोगों के चेहरों पर मुस्कान देखने लायक थी। जरूरतमंदों ने पत्रकार कमलेश पाल  और उनके परिवार को धन्यवाद दिया।
गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में शहर के कई प्रतिष्ठित समाजसेवी और पत्रकार उपस्थित रहे।सामाजिक सरोकारों से जुड़ी पत्रकारिता कमलेश पाल  ने कहा कि उनका उद्देश्य पत्रकारिता के माध्यम से समाज में बदलाव लाना है। इस तरह के आयोजन उनकी सामाजिक जिम्मेदारी का हिस्सा