सोमवार, 20 जनवरी 2025

अम्बेडकरनगर:लखपति बनेंगी 60,318 महिलाएं, उड़नपरी दिखाएंगी राह।||Ambedkar Nagar: 60,318 women will become lakhpatis, flying fairy will show them the way.||

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अम्बेडकरनगर:
लखपति बनेंगी 60,318 महिलाएं, उड़नपरी दिखाएंगी राह।
।। ए के चतुर्वेदी ।।
दो टूक: राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत जिले की 60,318 महिलाओं को लखपति बनाया जाएगा। मिशन निदेशालय की ओर से अगले तीन वर्षों के लिए लक्ष्य तय किया गया है। विभाग की ओर से अब तक ऐसी 65 हजार महिलाओं का चिह्नांकन किया जा चुका है, जो अपने क्षेत्रों में बेहतर काम कर रही हैं। इन महिलाओं को लखपति बनाने के लिए ऑपरेशन उड़नपरी के तहत चुनी गईं 25 महिलाओं की भूमिका अहम रहेगी। यह उड़नपरियां अपने सफर की दास्तां के जरिए अन्य महिलाओं को प्रोत्साहित करेंगी।डीएम अविनाश सिंह ने 25 अगस्त 2024 को ऑपरेशन उड़नपरी की शुरुआत की थी। इसके तहत जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कटेहरी में आयोजित कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूह की प्रमिला वर्मा को सीएसआर मद से स्कूटी भेंट की थी। प्रमिला ने कैश क्रेडिट लिमिट के जरिए इलेक्ट्रॉनिक का कारोबार शुरू किया और उनकी एक लाख रुपये से अधिक आय हो रही है। इसके बाद धीरे-धीरे ऑपरेशन उड़नपरी परवान चढ़ा और अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाली 25 महिलाओं को स्कूटी दी गई। 13 अन्य महिलाओं को भी इसका लाभ मिल चुका है।डीएम का इसके पीछे मकसद था कि महिलाओं को काम करने में आसानी हो और वे रोल मॉडल बनें, ताकि अन्य समूह की महिलाओं को भी आगे बढ़ने के लिए जागरूक किया जा सके। अब लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य मिला तो इन महिलाओं की भूमिका भी काफी अहम हो गई है। इन्हें जिम्मा दिया गया है कि अपने क्षेत्र की समूह से जुड़ी महिलाओं को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए जागरूक करें, ताकि लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य पूरा किया जा सके। वर्तमान में जिले की करीब 4500 महिलाओं की आय वार्षिक आय एक लाख रुपये से अधिक है।वर्तमान में ऑपरेशन उड़नपरी आकांक्षात्मक ब्लॉक भीटी, टांडा एवं एनटीपीसी के नजदीक स्थित कटेहरी में चलाया जा रहा है। इस ऑपरेशन के प्रभाव से समूह के गठन की परिकल्पना साकार हो रही है। दीदियों के मध्य कार्य के प्रति लगनशीलता एवं प्रतिस्पर्धा का विकास हो रहा है। अनुसूचित एवं अति अन्य पिछड़ा वर्ग की महिलाएं मुख्यधारा में शामिल हो रही हैं।समूह की महिलाओं को लखपति दीदी बनाने के लिए ऑपरेशन उड़नपरी में चुनी गईं दीदियों की भूमिका अहम है। इन्हें अन्य महिलाओं को कामयाबी की राह दिखाने का जिम्मा सौंपा गया है और इसकी नियमित मॉनीटरिंग भी हो रही है। - जितेंद्र कुमार, जिला मिशन प्रबंधक एनआरएलएम