अम्बेडकर नगर :
कागजों में ही संवर रहा अमृत सरोवर, बना चारागाह और खेल मैदान।
।। ए के चतुर्वेदी।।
दो टूक : अंबेडकरनगर जनपद अकबरपुर ब्लाक के रोशनगढ़ ग्राम सभा में लाखों की लागत से निर्मित अमृत सरोवर अपनी उपयोगिता पर खरा नहीं उतर पा रहा हैं। निर्माण के बाद तो सूखा पड़ा हैं और झाड़ियों से पटा हुए हैं। इसके पीछे सरकार की मंशा थी कि जलाशयों में जल संरक्षण होगा, जल संकट से निपटने में मदद मिलेगी तो पानी होने से स्थानीयजन रोजगार से भी जुड़ सकेंगे, लेकिन सरोवर बनाने के लिए जो लापरवाही बरती गई, उसका नतीजा दूसरे ही साल में दिखाई देने लगा है। जल संरक्षण के लिए जरूरी इंतजाम नहीं होने से यह सरोवर मैदान में तब्दील हो गए। सूखा व बदहाल पड़ा यह अमृत सरोवर केंद्र सरकार की योजना की खिल्ली उड़ाते नज़र आ रहे हैं। लगभग 23 लाख रुपए की लागत से निर्मित यह सरोवर मानकों पर खरा होते नहीं दिखाई दे रहा हैं।अमृत सरोवर पर मार्निंग वाक की व्यवस्था, रोशनी व बैठने के लिए बेंच की व्यवस्था होनी है। लेकिन ये सभी नदारद हैं।स्थानीय कुछ ग्रामीणों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अकबरपुर ब्लाक के इस रोशनगढ़ ग्राम पंचायत में लाखों रुपये की लागत से बने अमृत सरोवर सफेद हाथी साबित हो रहे हैं। गांव में अगर कोई जिम्मेदार अधिकारी दौरा कर लें तो कई और राज खुल जाएंगे । ग्रामीणों द्वारा बताया गया अमृत सरोवर खेल का मैदान तथा चारागाह बनकर रह गया हैं, जिसमें बच्चे क्रिकेट खेलते है। दरअसल, लाखों रुपए खर्च कर जब अमृत सरोवर बनाया जा रहा थे, तब लोगों को बड़े-बड़े सपने दिखाए गए। अमृत सरोवर में एक बूंद भी पानी संरक्षित नहीं हो रहा है जिससे मवेशियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ,जानकारों का कहना है कि अगर मापदंडों के हिसाब से अमृत सरोवर बने होते तो ऐसी नौबत ही नहीं आती। इस अमृत सरोवर के बारे में जानकारी के लिए सहायक खंड विकास अधिकारी से वार्ता करने का प्रयास किया गया परंतु नॉट रीचेबल बताता रहा।