शुक्रवार, 17 जनवरी 2025

अम्बेडकरनगर :इग्नू अध्ययन केंद्र मे प्रवेश के लिए कार्यशाला का हुआ आयोजन।||Ambedkar Nagar:Workshop organized for admission in IGNOU study centre.||

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अम्बेडकरनगर :
इग्नू अध्ययन केंद्र मे प्रवेश के लिए कार्यशाला का हुआ आयोजन।
।। ए के चतुर्वेदी ।।
दो टूक :  अंबेडकर नगर जनपद के अकबरपुर मे स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) अध्ययन केंद्र 48041 में सत्र 2025 के लिए प्रवेश प्रक्रिया से सम्बंधित एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर इग्नू अध्ययन केंद्र के समन्वयक डॉ. रवीन्द्र कुमार वर्मा'  ने बताया कि स्नातक स्तर पर बी.ए. एवं बी.काम., स्नातकोत्तर स्तर पर एम.ए. और विभिन्न विषयों में सर्टिफिकेट ,डिप्लोमा एवं पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा आदि पाठ्यक्रमों में दाखिले के अंतिम तिथि ३१ जनवरी है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) का महत्व इस वजह से है कि यह दूरस्थ शिक्षा के ज़रिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करता हैI यह विश्वविद्यालय, देश में परंपरागत शिक्षा  से  वंचित वर्गों को भी उच्च शिक्षा में का अध्ययन अवसर देता है, इग्नू की डिग्री की मांग रोज़गार के बाज़ार में काफ़ी अधिक हैI उन्होंने बताया कि सत्र जनवरी 2025 के लिए प्रवेश प्रक्रिया आनलाइन चल रही है। इग्नू में प्रवेश के उपरांत अध्ययन सामग्री विद्यार्थियों को मुफ्त उपलब्ध है। अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के लिए प्रवेश निःशुल्क है। इच्छुक छात्र आनलाइन आवेदन कर प्रवेश ले सकते हैं और किसी भी अन्य जानकारी के लिए इग्नू अध्ययन केंद्र (48041)  महाविद्यालय में संपर्क कर सकते हैं।
साथ ही डॉ वर्मा ने बताया कि इस वर्ष विशेष रूप से एम.ए.भगवदगीता अध्ययन, हिंदू अध्ययन और ज्योतिष जैसे पाठ्यक्रम पेश किए गए हैं, जो भारतीय संस्कृति, दर्शन और ज्ञान को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में सहायक होंगे। भारतीय ज्ञान और आधुनिक शिक्षा के आदर्श समन्वय के रूप में इन विषयों में परास्नातक की डिग्री मिलेगी। इससे इग्नू ने आधुनिक शिक्षा का अनूठा संगम प्रस्तुत किया है।
 मुक्त विश्वविद्यालय के इन कोर्सेस में प्रवेश के लिए इग्नू की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन किया जा सकता है।
भारतीय ज्ञान परंपरा आधारित पाठ्यक्रम' के अन्तर्गत इग्नू भगवद्‌गीता अध्ययन, हिंदू अध्ययन, ज्योतिष एवं वैदिक अध्ययन में एमए की सुविधा प्रदान कर रहा है। भगवद्गीता अध्ययन में एमए एक विलक्षण कोर्स है, जिसका पहली बार अवसर इग्नू ने दिया है। यह कोर्स 80 क्रेडिट का है जिसे दो से चार वर्ष के बीच में पूरा किया जा सकता है। स्नातक की डिग्री वाले आवेदक इसके लिए अर्ह होंगे । 'केंद्र के समन्वयक डॉ. रवीन्द्र कुमार वर्मा' ने बताया कि इग्नू के ये पाठ्यक्रम छात्रों को न केवल शैक्षणिक और व्यावसायिक दृष्टिकोण से समृद्ध ही नहीं  बल्कि भारतीय ज्ञान परंपरा और आधुनिक विषयों का समग्र दृष्टिकोण प्रदान करते हैं। भगवद्‌गीता और वैदिक अध्ययन जैसे कोर्स छात्रों को भारतीय दर्शन, प्रबंधन और समाजशास्त्र के साथ-साथ पर्यावरण और मानव मूल्यों का वैज्ञानिक दृष्टिकोण प्रदान करेंगे। इस अवसर पर महाविद्यलय के समस्त प्राध्यापक एवं 100 से अधिक छात्राएं उपस्थित रहींI