अम्बेडकरनगर:
कचरे का नहीं हुआ निस्तारण तो होगी कार्रवाई : CMO।।
।।ए के चतुर्वेदी ।।
दो टूक : स्वच्छता स्वास्थ्य का मूल आधार है। अस्पतालों में तो यह और भी जरूरी हो जाता है, मगर जिले के सरकारी व निजी अस्पतालों का हाल अलग ही है। यहां एक सप्ताह से बायो मेडिकल वेस्ट खुले में पड़े-पड़े स्वच्छता अभियान को मुंह चिढ़ा रहे हैं। यह हाल तब है, जब बायो मेडिकल वेस्ट उठाने के लिए अलग से संस्था भी नामित है। इसे देखते हुए सीएमओ ने संस्था के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार किया है। शासन को भी पत्र लिखा है।जिला चिकित्सालय, सीएचसी व पीएचसी समेत निजी अस्पतालों से हर रोज भारी मात्रा में बायो मेडिकल वेस्ट निकलते हैं। इस कचरे से बीमारियों से फैलने का खतरा बना रहता है। ऐसे में इसका निस्तारण बेहद जरूरी हो जाता है, मगर अस्पताल संचालकों की मनमानी के कारण इस खतरनाक कचरे को खुले में फेंका जा रहा है। आलम यह है कि एक सप्ताह से अधिक समय गुजर गया है, लेकिन बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण नहीं हो रहा है। यह कचरा उठाने व निस्तारण की जिम्मेदार संस्था रॉयल पाल्यूशन भी अपनी जिम्मेदारी सही से नहीं निभा रही है। जिला अस्पताल की इमरजेंसी के पीछे लगा कचरे का अंबार संस्था की लापरवाही की पोल खोल रहा है, मगर जिम्मेदार चुप हैं। एक सप्ताह से अधिक का समय तक कूड़ा न उठने पर अब मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने संस्था को पत्र लिखकर बायो मेडिकल वेस्ट को उठाने के निर्देश दिए हैं। ऐसा न करने पर संस्था के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।कचरा निस्तारण का ठेका रॉयल पाल्यूशन के पास है। संस्था को पत्र भेजा गया है। शासन को भी संस्था की लापरवाही को लेकर पत्र भेजकर अवगत कराया है। इसमें सुधार नहीं हुआ तो उसे ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई के लिए पत्राचार किया जाएगा। -डॉ. राजकुमार, सीएमओ