लखनऊ :
रायबरेली एक्सीडेंट मे घायल दो की हालत बिगड़ी,लोकबंधु अस्पताल में भर्ती।
◆रायबरेली अस्पताल की चिकित्सीय लापरवाही उजागर।।
दो टूक : लखनऊ के पड़ोसी जिला रायबरेली के मुंशी गंज थाना भदोकर मेंमंगलवार तड़के भोर में हुई भीषण दुर्घटना में पांच घायल में से दो युवकों की हालत बुधवार सुबह बिगड़ गई। दहशत में आए परिजन उन्हें लोकबंधु अस्पताल लेकर पहुंचे,लेकिन अस्पताल प्रबंधन उनके उपचार करने को तैयार नहीं हुआ। परिजनों ने जब सारी जानकारी दी तो अस्पताल के लोगों ने उनसे रायबरेली अस्पताल में हुए उपचार का विवरण मांगा,तब पता चला कि इतनी बड़ी दुर्घटना के बाद भी घायलों को मरहम पट्टी कर भगा दिया गया था। उनका नाम तक अस्पताल रजिस्टर में नहीं लिखा।
वहीं जब घायल शुभम की पट्टी खोली गई तो पता चला कि घाव काफी बड़ा है तब उसको 10 टांके लगाए गए। वहीं घायल अनुज त्रिपाठी का इमरजेंसी में भर्ती कर उपचार चल रहा है।
■ मृतकों के परिवार को बुधवार को सरोजिनी नगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने 20-20 हजार की आर्थिक सहायता प्रदान की,घायलों के परिवारों को 5-5 हजार रुपए की सहायता राशि दी गई है। यह राशि खरिका प्रथम वार्ड के पार्षद और विधायक प्रतिनिधि कृष्ण नारायण सिंह के माध्यम से पीड़ित परिवारों तक पहुंचाई गई।
◆यह पूरा घटना क्रम -
बताते दे रायबरेली के भदोखर थाना क्षेत्र के मुंशीगंज बाईपास स्थित कान्हा ढाबा के पास हुआ था। मंगलवार सुबह क्वालिस और ट्रैक्टर की आमने-सामने जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि क्वालिस के परखच्चे उड़ गए। हादसे के बाद ट्रैक्टर चालक मौके से फरार हो गया था। स्थानीय लोगों की मदद से क्वालिस में सवार सभी 9 लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया था।
◆ हादसे में इनकी गई थी जान-
रायबरेली हादसे में दीपेंद्र रावत (42) माया उपाध्याय 40, आशीष द्विवेदी 45, रजनी (70) की मौत हो गई थी। दीपेन्द्र रावत आर्मी से रिटायर हुए थे और आशीष द्विवेदी मंदिर में पूजापाठ करते थे। दोनों महिलाएं हाउस वाइफ थीं।
◆ पार्षद मदद लेकर पहुंचे -
स्थानीय पार्षद कृष्ण नारायण सिंह ने सभी प्रभावित परिवारों के घर जाकर शोक संवेदना व्यक्त की और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने घायलों का हालचाल भी जाना। दुर्घटना में घायल हुए अनुज त्रिपाठी और शुभम के बेहतर इलाज के लिए पार्षद ने लोक बंधु अस्पताल के डॉक्टरों से बात कर उनके भर्ती होने की व्यवस्था की। इधर, बुधवार सुबह दो मृतकों- दीपेंद्र रावत और रजनी दसौनी का अंतिम संस्कार किया गया। यह दुर्घटना उस समय हुई जब सभी लोग महाकुंभ में स्नान के लिए जा रहे थे।