लखनऊ :
PGI में चल रहा चोर सिपाही का खेल,घाट-घाट इस्पेक्टर,पात-पात है चोर।।
चौराहे पर खड़ी रही पुलिस फोर्स आफिस मे हुई चोरी नही लगी भनक।।
दो टूक : लखनऊ के थाना पीजीआई इस्पेक्टर घने कोहरे की रात मे पुलिस फोर्स के साथ मुस्तैदी से घाट घाट रात्रि गस्त करते है लेकिन चोर अपनी हरकत से बाज नही आ रहे है इस्पेक्टर को सोशल मीडिया पर एक्टिव होने से एक फायदा हुआ लफंगे तो अन्डर ग्राउंड हो गए शायद चोरो ने वक्त और स्थान बदल लिया और एक के बाद एक घटनाऐं कर पुलिस को चुनौती देने में लगे हुए है इसकी बानगी तेलीबाग चौराहे पर पुलिस फोर्स हमेशा रहती इसके बावजूद बेखौफ चोर ने दुकान मे लगी तांबे की एसी पाईप काट ले गया। तीसरे दिन काटने पहुचा तो हत्थे चढ़ा।।
विस्तार :
मिली जानकारी के अनुसार थाना पीजीआई क्षेत्र तेलीबाग चौराहे पर दीपक कुमार मुत्थुर का फिनकार्य लि0 नाम की आफिस है जिसमे लगे एसी कॉपर की पाईप बेखौफ चोर काट ले गए तीसरे दिन फिर एसी की कीमती पाईप काटने पहुचा तो पुलिस की सजगता के चलते चोर पुलिस के हाथ लगा और पकड़ा गया। जिसका नाम आजम खान है हाल ही मे अभी जेल से छुट कर आया हुआ है पुलिस पूछताछ कर अग्रिम विधिक कार्रवाई करने मे जुटी हुई है।
◆चोरियों का खुलासा करने मे पुलिस नाकाम।
बताते चले कि एसजीपीजीआई अस्पताल के प्रशासनिक भवन मे जॉइंट डाइरेक्टर के ऑफिस मे अटेंडेंट की पोस्ट पर कार्यरत रामचन्द्र ऊर्फ राम बाबू कैम्पस कालोनी मे टाईप वन 4 में परिवार के साथ रहते है।
इनके यहां बेखौफ चोरो ने बंद मकान का ताला तोड़कर घर मे रखे कीमती जेवरात एवं नगदी चोरी कर ले गए थे जिसके सम्बंध मे स्थानीय पुलिस एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरु कर दी लेकिन पांच दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस अभी खाली हाथ नजर आ रही है।
इससे पहले भी बेखौफ चोरो ने पिछले माह पीजीआई कैम्पस में सीनीयर नर्स टीचर एवं एक अन्य कर्माचारी के घरो को निशाना बनाते हुए चोरी कर कीमती समान चोर ले गए थे। पुलिस एफआईआर दर्ज कर आज तक घटना का खुलासा करने में नाकाम रही।
◆पीजीआई कैम्पस के कालोनियों मे नही लगे हुए CCTV कैमरा एवं गेट।।
पुलिस की माने तो एसजीपीजीआई कैम्पस मे बनी स्टाफ कालोनियों मे किसी के घर पर सीसीटीवी कैमरा नही लगे हुए है उपर से कालोनियों की इन्ट्री मार्ग पर न तो गेट लगे है न ही सिक्योरिटी गार्ड है अलबत्ता कैम्पस मे कही न कही आए दिन निर्माण कार्य चलता रहता है ट्रैक्टर टाली मे भर कर मजदूर आते है कुछ तो वहीं ग्रीन बेल्ट मे झुग्गी डालकर रहते भी है जिनका कोई बेरीफेकशन नही कराया जाता है।