अम्बेडकरनगर :
फर्जी तरीके से ग्राम प्रधान ने निकाले लाखों रुपए,ग्रामीण ने किया खुलासा।।
◆घबराए मत होना कुछ नही है यह यू पी है सब चलता है।।
।। ए के चतुर्वेदी।।
दो टूक : सुनकर घबराए मत यह उत्तर प्रदेश है जहाँ पूर्व सीएम की जमीन फर्जी तरीके बेच दी जाती है भ्रष्टाचार करना कौन सी बला है। इसकी बानगी अम्बेडकरनगर के विकास खण्ड बसखारी अंतर्गत टड़वा मिश्र गांव मे ग्राम प्रधान ने सेक्रेटरी की मिली भगत से कुआं की बिना मरम्मत कराए ही रंगाई पुताई कराके मलाई खा गए इसका कुआं स्वामी ने किया।
विस्तार :
जानकारी के अनुसार जनपद के विकासखंड बसखारी अंतर्गत टड़वा मिश्र गांव का मामला है जहां पर बिना कुआं की मरम्मत कराए ही रंगाई पुताई कराके ग्राम प्रधान द्वारा मरम्मत दिखा कर विकास के पैसे को निकाल कर अपनी जेब गर्म कर ली गई है। इसका खुलासा तब हुआ जब गांव के एक व्यक्ति के घर के सामने बने कूएँ की मरम्मत कार्य दिखाकर ग्राम प्रधान के द्वारा लाखों रुपए निकाल लिया गया। ग्रामीण अशोक मिश्रा ने जब इस मामले के बारे में "मेरी पंचायत ऐप" से जानकारी हासिल की तो पता चला कि ग्राम प्रधान के द्वारा उनके घर के पास बने पुराने कुआ का नाम 'रवि एवं ओमकार के घर के पास कुआ मरम्मत कार्य दिखाकर लाखों रुपए का भुगतान कुएं का मरम्मत कार्य दिखाकर निकाल लिया गया है। जबकि ग्रामीण का कहना है कि इस कुएं का मरम्मत कार्य करीब 20 वर्ष पूर्व हुआ था ग्राम प्रधान के द्वारा केवल रंगाई पुताई कराकर लाखों रुपए का भुगतान कर भ्रष्टाचार किया गया है देखने से कुएं का मरम्मत कार्य काफी पुराना लग रहा है तथा उसमें पडी दरार से भी कोई अंधा व्यक्ति भी बता सकता है कि इस कुएं का मरम्मत कार्य हुआ है या नहीं, लेकिन भ्रष्टाचार इस कदर बढ़ गया है कि अधिकारियों के आंखों पर भ्रष्टाचार की पट्टी बध चुकी है उन्हें सच्चाई हकीकत से कोई मतलब नहीं केवल अपनी जेब गर्म करने पर लगे हैं। ग्राम सभा में बहुत सारे कोई का मरम्मत कार्य दिखाकर ग्राम प्रधान के द्वारा निकाला गया है। वही बड़ी बात यह भी है कि ग्राम प्रधान के द्वारा जिन कुएं का भुगतान निकाला गया उस पर केवल मात्र एक ही कुएं का बार-बार फोटो अपलोड किया गया है इसकी जानकारी मेरी पंचायत ऐप पर अपलोड फोटो से इसकी सच्चाई सामने आई है।
◆ इस संबंध में खंड विकास अधिकारी बसखारी दिनेश राम से बात की गई तो उन्होंने बताया गया कि गांव का मामला काफी गंभीर चल रहा है अंबेडकर नगर महोत्सव खत्म होने के बाद मामले की जांच कराई जाएगी।
◆गौरतलब हो कि - सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति अंबेडकर नगर में धरातल से कोसो दूर है। जिले में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है और उन भ्रष्टाचारियो पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है जांचकर्ता ही उन्हें बचाने में लग जाते हैं जांच के नाम पर मोती रकम वसूली कर क्लीन चिट दे दिया जाता है। धीरे-धीरे मामला ठंडा बस्ते में चला जाता है।
अगर इन सभी मामलों में टीम गठित कर अलग-अलग विभागों के अधिकारियो, कर्मचारियों को शामिल कर जाँच कराया जाए तो बहुत बड़ा भ्रष्टाचार का खुलासा होगा। हकीकत सामने आने पर आम जनमानस के पैरों की जमीन खिसक जाएगी।