गुरुवार, 6 फ़रवरी 2025

गोण्डा- परसपुर ब्लॉक परिसर में आयोजित "नागरिक संगम" कार्यक्रम में dm ने सुनी जनसमस्या, कई जगह किया साफ सफाई व अन्य कार्यों का निरीक्षण

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गोंडा- जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने प्रशासन और आम जनता के बीच संवाद को सुदृढ़ बनाने और समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के लिए कुछ दिन पूर्व "नागरिक संगम" कार्यक्रम की शुरुआत की है। इसी के क्रम मे गुरुवार को नगर पंचायत परसपुर ब्लॉक परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में काफी संख्या में नागरिकों ने हिस्सा लिया और अपनी समस्याएं जिलाधिकारी के समक्ष रखीं। जिलाधिकारी ने व्यक्तिगत रूप से नागरिकों की शिकायतें सुनीं और कई मामलों का समाधान मौके पर ही सुनिश्चित किया। उनका यह कदम गोंडा में प्रशासन को जनता के करीब लाने और प्रशासनिक कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाने का प्रयास है। जिलाधिकारी ने कहा, “सभी समस्याओं का समाधान समयबद्ध और प्रभावी तरीके से करना प्रशासन की प्राथमिकता है। स्वच्छता और जनसुविधाओं को बनाए रखना हमारा कर्तव्य है।”
     नगर पंचायत परसपुर ब्लॉक परिसर में नागरिक संगम कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी ने की। इस कार्यक्रम में नगर क्षेत्र के भारी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया और अपनी अपनी समस्याओं को जिलाधिकारी से अवगत कराया। कोई राशनकार्ड की मांग तो कोई आवास की मांग के साथ सामने आया। इसी तरह पेंशन व बिजली की मांग जिलाधिकारी के समक्ष रखी गई। कार्यक्रम के उपरांत जिलाधिकारी ने वार्ड चमरटोलिया, मुरावन टोला पश्चिमी में मौके का निरीक्षण भी किया और तत्काल प्रभाव से वार्ड की समस्याओं को दूर किए जाने के निर्देश नगर पंचायत परसपुर को दिए। 
    नागरिक संगम कार्यक्रम के दौरान सबसे अधिक प्रार्थना पत्र प्रधानमंत्री आवास की मांग को लेकर दिए गए तथा कुछ प्रार्थना पत्र पेंशन विभाग से संबंधित दिये गए। 
"नागरिक संगम" कार्यक्रम के दौरान ब्लॉक परिसर में विभिन्न विभागों द्वारा  विभागीय योजनाओं से संबंधित स्टॉल लगाये। 
"नागरिक संगम" के दौरान जिलाधिकारी ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनता की समस्याओं को प्राथमिकता के साथ गंभीरता से लें और समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करें। इस जनसंवाद कार्यक्रम में जिलाधिकारी के साथ अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत परसपुर अनुराग शुक्ल, डीएसओ, डीपीओ, कार्यक्रम, डीपीओ प्रोवेशन, जिला पिछड़ा वर्ग अधिकारी सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। उनकी सक्रियता और समन्वय से यह कार्यक्रम सफल रहा। जिलाधिकारी नेहा शर्मा की यह पहल प्रशासनिक पारदर्शिता और जनहित के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है। उनकी त्वरित कार्रवाई और निर्णय लेने की क्षमता ने गोंडा में प्रशासनिक व्यवस्था को नई दिशा दी है।