शनिवार, 15 फ़रवरी 2025

गोण्डा :जमीनी विवाद में पुलिस की संदिग्ध भूमिका पर उठ रहे सवाल,पीड़ित ने लगाया आरोप।||Gonda:Questions are being raised on the suspicious role of police in land dispute, victim made allegations.||

शेयर करें:
गोण्डा :
जमीनी विवाद में पुलिस की संदिग्ध भूमिका पर उठ रहे सवाल,पीड़ित ने लगाया आरोप।
दो टूक : गोंडा जनपद के थाना धानेपुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत रुद्रगढ़ नौसी के मजरा अलफनगर के रहने वाले राज किशोर दूबे और उनकी पत्नी ने शनिवार थाने पहुंच कर चीखना चिल्ला शुरू कर दिया जिससे हंगामे जैसा माहौल बन गया। राज किशोर ने जानकारी देते हुए बताया कि गांव की भूमि पर वे मंदिर बना कर पूजा पाठ करते हैं। इसी बात को लेकर उनके विपक्षियों से रार ठनी रहती है। मामला पुलिस के पास पहुंचा तो थाने से सिपाही उनके घर पहुंचे और थाने चलने के लिए कहा इसी बीच निजी वाहन से चलने अथवा बाइक से चलने को लेकर बहस भी हुई। 
राज किशोर बताते हैं कि उनका भाई नन्द किशोर और उनकी पत्नी सविता मोटर साइकिल से निकले थे रास्ते में उनका एक्सीडेंट हो गया जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज के लिए उन्हें सीएचसी मुजेहना लाया गया जहां से उन्हें रेफर कर दिया गया है। राज किशोर का आरोप है कि घटना जानबूझ कर कराई गई है जिसमें पुलिस की मिली भगत है।
पुलिस की भूमिका पर सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि आरोप लगाने वाले परिजनों ने गांव में तालाब को पाट कर कब्जा करने की खिलाफत की लेकिन उस कोई कार्यवाही नहीं हुई जिससे उनके विपक्षियों का मनोबल काफी बढ़ा हुआ है। बीते दिनों दिल्ली में रह कर यूपीएससी की पढ़ाई कर रहे छात्र चंद्रमणि दूबे ने परिवार की सुरक्षा को लेकर अथवा सरकारी तालाब पर किए गए कब्जे के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की थी। इस बाबत पूर्व में भी जिला अधिकारी से लेकर सभी उच्च अधिकारी से गुहार लगाई जा चुकी है लेकिन पुलिस जैसे किसी बड़ी घटना की प्रतीक्षा कर रही है। फिलहाल इस मामले में प्रभारी निरीक्षक राकेश कुमार राय ने स्पष्ट जानकारी नहीं दी है। उन्होंने बस इतना कह कह किनारा कर लिया कि मामला मेरे संज्ञान में आते ही प्रभावी कार्यवाही की जाएगी।
बता दें कि दोनों पक्षों में भूमि को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा है। विपक्षियों ने तालाब को पाट कर उस पर कब्जा किया, अब बंजर की भूमि पर भी काबिज करना चाह रहे है। निस्तारण ना होने के कारण आए दिन विवाद की स्थिति बनी रहती है। परिवार के लोगों ने कई बार इस प्रकरण में शिकायती पत्र दिया लेकिन निस्तारण नहीं हुआ।