लखनऊ :
वृन्दावन मे विशाल किसान महापंचायत का हुआ आयोजन,प्रशासन को सौपा ज्ञापन।
दो टूक : भारतीय किसान यूनियन (भानू) गुट की ओर से निकाली गई दस दिवसीय गरीब किसान न्याय पद यात्रा का गुरुवार दोपहर को पीजीआई इलाके के वृंदावन योजना में समाप्त कर विशाल किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। इसमें
मुख्य अतिथिराष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह और प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर योगेश प्रताप सिंह हजारों किसानों के साथ मौजूद रहे। इस दौरान किसानों ने जमकर नारेबाजी की। यात्रा प्रदेश प्रभारी ऋषी मिश्रा और लखनऊ जिला अध्यक्ष अनुरेंद्र कुमार अन्नू के नेतृत्व में निकाली गई थी । इसके बाद मौके पर पहुँचे एडीएम प्रशासन और एडीसीपी पूर्वी पंकज कुमार को किसानों की समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा।
ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने कहाभानु-
मेरा नाम है भानु मैं इस युग का अर्जुन हूं, लाखों करोड़ों लोग किसान गरीब मेरे साथ हैं। वह आंदोलन होगा कि एक भी गांव की सड़क नहीं रहेगी ना दिल्ली जाएंगे, ना लखनऊ आएंगे लेकिन हार गाँव की सड़क पर गांव के लोग बैठकर जाम कर देंगे।
प्रदेश प्रभारी ऋषी मिश्रा ने कहा कि पद यात्रा में पुलिस प्रशासन का भी अपेक्षित सहयोग मिला जिसके हम आभारी रहेंगे। नारी शक्ति का भी बहुत-बहुत आभार जिन्होंने बिना रुके बिना थके 10 दिन तक कंधे से कंधा मिलाया और हमारी यात्रा सफलतापूर्वक संपन्न कराने में अपनी भूमिका निभाई। आने वाले समय में भी हम अपनी समस्याओं को लेकर ऐसी शांतिप्रिय यात्रा निकालते रहेंगे।प्रदेश प्रभारी ऋषि मिश्रा ने बताया कि बारह सूत्रीय मांगों में से अधिकांश मांगों को एडीएम और डीसीपी ने 48 घंटे के अंदर ही निस्तारण करने की बात की । बाकी मांगों को शासन स्तर पर प्रेषित करने का वादा किया । इस दौरान किसान नेता मो मोनिश खान, जितेंद्र यादव, उमेश यादव , मुकुल सिंह, पारुल पांडे, तेजवीर सिंह सहित हजारों किसान मौजूद रहे।
यह प्रमुख मांगे है
किसान आयोग का गठन हो, जिसके अध्यक्ष व सदस्य किसान हो जिसके सदस्य सभी किसान हो राजनेता नही। किसानों पर जो 75 वर्षों की किसान विरोधी नीतियों की वजह से जो कर्जा हो गया है, वह संपूर्ण कर्जा माफ कर दिया जाए। किसानों को दुर्घटना में जीवन यापन भत्ता एक करोड़ रुपये दिया जाए। पुलिस कर्मियों को शहीद होने पर 2 करोड रुपए दिया जाए लोकतंत्र का चौथा स्तंभ मीडिया कर्मियों को रिपोर्टिंग के समय शहीद होने पर चार करोड व घायल होने पर दो करोड़ रुपए दिए जाएं। सुरक्षा में लगे जवान जैसे वायु सेवा थल सी नौसेना सीआरपीएफ बीएसएफ व अन्य अर्ध सैनिक बल शहीद हो तो 5 करोड रुपए ज्ञापन भत्ता दिया जाना चाहिए। देश के सभी किसानों की बिजली सिंचाई हेतु पूर्ण रूप से माफ किया जाए। इसके अलावा निजीकरण में किसी भी विभाग को न दिया जाए।