शुक्रवार, 28 फ़रवरी 2025

लखनऊ :पुराने अनुभवों के साथ नई तकनीक से काम करें अभियंता : ज्ञानेंद्र शरण||Lucknow:Engineers should work with new technology along with old experiences: Gyanendra Sharan.||

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लखनऊ :
पुराने अनुभवों के साथ नई तकनीक से काम करें अभियंता : ज्ञानेंद्र शरण।
बांधो के अनुरक्षण और रखरखाव की कार्यशाला हुई आयोजित।।
दो टूक : लखनऊ रायबरेली रोड उतरठिया के वाल्मी भवन स्थित विश्वेश्वरैया सभागार में शुक्रवार विश्वबैंक पोषित परियोजना राज्य बांध सुरक्षा संगठन एवम् स्टेट प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग यूनिट द्वारा पर्यावरण सुरक्षा एवं सामाजिक हितों को ध्यान में रखते हुए बांधों की सुरक्षा, पुनर्वास एवम् सुधार को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया ।
विस्तार:
 कार्यशाला की शुरुआत से गणेश वंदना व मुख्य अभियंता ज्ञानेंद्र शरण व तकनीकी सलाहकार रमेश चंद्रा के द्वीप प्रज्वलन से हुई । इस मौके पर राज्य बांध सुरक्षा संगठन एवं नोडल अधिकारी एसपीएमयू के मुख्य अभियंता ज्ञानेंद्र शरण ने कार्यक्रम में बतौर अध्यक्ष मौजूद रहे सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग उत्तर प्रदेश बांध सुरक्षा के तकनीकी सलाहकार रमेश चंद्रा को पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया । कार्यशाला में मुख्य अभियंता राज्य बांध सुरक्षा संगठन एवं नोडल अधिकारी एसपीएमयू ज्ञानेंद्र शरण ने अपने संबोधन में कहा कि हमें पर्यावरण संरक्षण व सामाजिक हितों को ध्यान में रखते हुए पुराने अनुभवों के साथ नई तकनीक से काम करने की जरूरत है । इस मौके पर बतौर अध्यक्ष मौजूद रहे राज्य बांध सुरक्षा के तकनीकी सलाहकार रमेश चन्द्रा ने कार्यशाला में मौजूद अभियंताओं को बांधों की सुरक्षा एवं रख रखाव के विषय में गहन व विस्तृत जानकारी साझा करते हुए पर्यावरण संरक्षण व सामाजिक हितों को ध्यान में रखते हुए कार्य करने की सलाह दी । उन्होंने बताया कि परियोजना के दूसरे चरण में राज्य के 30 बांधों व तीसरे चरण में 9 बांधों समेत कुल 39 बांधों को शामिल किया गया है । कार्यशाला में परियोजना के दूसरे चरण में बांध सुरक्षा अधिनियम - 2021 के तहत 30 बांधों की सुरक्षा, समस्या, अनुरक्षण व रख रखाव पर विस्तृत चर्चा की गई । आयोजित कार्यशाला का प्रबंधन देख रहे सहायक अभियंता सुनील कुमार मिश्र व पंकज कुमार ने बताया कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण व सामाजिक हितों को ध्यान में रखते हुए बांधों की सुरक्षा व विकास कार्यों को गति देना कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य था । आयोजन में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के चार दर्जन से अधिक अधीक्षण, अधिशाषी व सहायक अभियंता मौजूद रहे । इस मौके पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले दर्जनों अभियंताओं को प्रशस्ति पत्र देकर उन्हें सम्मानित किया गया । कार्यक्रम के अंत में अवर अभियंता संदीप कुमार श्रीवास्तव ने कार्यशाला में शामिल सभी अतिथियों एवं अभियंताओं का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम समापन घोषणा की ।