शुक्रवार, 14 फ़रवरी 2025

लखनऊ :भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ ने इक्षु-केन मॉडल का किया शुभारंभ।।|Lucknow:Indian Sugarcane Research Institute, Lucknow launched Ikshu-Cane model.||

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लखनऊ :
भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ ने इक्षु-केन मॉडल का किया शुभारंभ।।
दो टूक :भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान के 74वें स्थापना दिवस के अवसर पर, 14 फरवरी, 2025 को भाकृअनुप-भा.ग.अ.सं., लखनऊ में स्थापना दिवस व्याख्यान और इक्षु-केन मॉडल का शुभारंभ किया गया। इस मॉडल को भाकृअनुप-भा.ग.अ.सं. लखनऊ, लखनऊ और भाकृअनुप-आईएआरआई, नई दिल्ली द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है, ताकि गन्ने की वृद्धि और उपज की भविष्यवाणी की जा सके, फसल के प्रदर्शन पर जलवायु कारकों के प्रभाव का आकलन किया जा सके, और देश के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में उगाई जाने वाली जल्दी और मध्य से देर से कटाई वाली गन्ना किस्मों के लिए चीनी उपज का अनुकरण किया जा सके।

कार्यक्रम के संयोजक डॉ. टी. के. श्रीवास्तव ने इस गन्ना उपज सिमुलेशन मॉडल को विकसित करने की पृष्ठभूमि और आवश्यकता से परिचित कराया। इस अवसर पर, डॉ सूरा नरेश कुमार ने 'गन्ने की वृद्धि और उपज के आकलन के लिए इक्षु-केन मॉडल कैसे चलाएं' विषय पर 74वें स्थापना दिवस व्याख्यान दिया और बताया कि इक्षु-केन (गन्ने की फसल उत्पादन के लिए एकीकृत ज्ञान प्रणाली) मॉडल एक प्रक्रिया आधारित मॉडल है, जो मिट्टी के गुणों, पानी की उपलब्धता, नाइट्रोजन की आपूर्ति, विकिरण उपयोग दक्षता, प्रकाश संश्लेषण, शुष्क पदार्थ विभाजन, डंठल बायोमास और चीनी संचय पैटर्न को ध्यान में रखता है, जो दैनिक आधार पर मौसम परिवर्तनशीलता से प्रभावित होता है। स्थापना दिवस व्याख्यान के बाद भा.ग.अ.सं. लखनऊ की वेबसाइट पर इक्षु-केन मॉडल का शुभारंभ किया गया। डॉ आर विश्वनाथन, निदेशक, भाकृअनुप-भा.ग.अ.सं. लखनऊ ने टीम को बधाई दी और आशा व्यक्त की कि यह मॉडल भारत में गन्ना और चीनी उत्पादन के अग्रिम आकलन और पूर्वानुमान के लिए शोधकर्ताओं के साथ-साथ हितधारकों के लिए उपयोगी होगा। अंत में डॉ. संगीता श्रीवास्तव, प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रभारी, पीएमई सेल, भाकृअनुप-भा.ग.अ.सं. लखनऊ ने सभी सम्मानित आगंतुकों का धन्यवाद  ज्ञापित किया।