बुधवार, 5 फ़रवरी 2025

अम्बेडकर नगर :जलालपुर में अवैध पक्षी व्यापार पर RFO ने की कड़ी कार्यवाही।Ambedkar Nagar:RFO took strict action against illegal bird trade in Jalalpur.||

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अम्बेडकर नगर :
जलालपुर में अवैध पक्षी व्यापार पर RFO ने की कड़ी कार्यवाही।
 ।। ए के चतुर्वेदी ।।
दो टूक : अंबेडकर नगर के जलालपुर कस्बे में अवैध रूप से हो रही देसी और विदेशी पक्षियों की बिक्री पर प्रशासन ने सख्ती दिखाई। वन विभाग के रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर (RFO) स्नेह कुमार मौर्य ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बसखारी रोड स्थित एक दुकान पर छापा मारा और वहां कैद पक्षियों को मुक्त कराया।
विस्तार:
अवैध व्यापार की सूचना पर हरकत में आया प्रशासन।
सूत्रों के अनुसार, जलालपुर कस्बे में एक दुकानदार बिना किसी वैध पंजीकरण के पक्षियों की खरीद-फरोख्त कर रहा था। जब इस अवैध व्यापार की जानकारी मीडिया के माध्यम से सामने आई, तो वन विभाग के अधिकारी तुरंत हरकत में आ गए। RFO स्नेह कुमार मौर्य के नेतृत्व में टीम ने छापा मारकर दुकान को बंद करवा दिया और दुकानदार को सख्त चेतावनी दी।
कानूनी कार्रवाई की दी चेतावनी
RFO स्नेह कुमार मौर्य ने दुकानदार को स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर दोबारा यह अवैध व्यापार शुरू किया गया, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि जंगली और विदेशी पक्षियों की खरीद-फरोख्त भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत प्रतिबंधित है, और ऐसा करना दंडनीय अपराध है।
कैद पक्षियों को मिली आजादी
इस त्वरित कार्रवाई के दौरान कई पक्षियों को उनके पिंजरों से मुक्त किया गया। वन विभाग की इस मुहिम से पक्षी प्रेमियों और पर्यावरणविदों में हर्ष की लहर दौड़ गई। लोगों ने इसे 'आजाद पंछी अभियान' बताते हुए वन विभाग की सराहना की।
स्थानीय लोगों ने की कार्रवाई की प्रशंसा
जलालपुर के स्थानीय निवासियों ने RFO स्नेह कुमार मौर्य की इस कार्रवाई को बेहद सराहनीय बताया और कहा कि वन विभाग द्वारा उठाया गया यह कदम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक अहम प्रयास है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, "पक्षियों को कैद करना अमानवीय है। प्रशासन ने जो कदम उठाया, वह काबिले तारीफ है।"
वन विभाग की अपील – वन्यजीवों का संरक्षण करें।
इस कार्रवाई के बाद, वन विभाग ने जनता से अपील की कि अगर कहीं भी अवैध रूप से पक्षियों या अन्य वन्यजीवों का व्यापार हो रहा हो, तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें। RFO स्नेह कुमार मौर्य ने कहा, "हम सभी का कर्तव्य है कि हम प्रकृति और वन्यजीवों की रक्षा करें। पक्षी खुले आसमान में उड़ने के लिए बने हैं, उन्हें कैद करना अपराध' ही नहीं, बल्कि क्रूरता भी है।
इस पूरी कार्रवाई ने न सिर्फ अवैध पक्षी व्यापार पर रोक लगाई, बल्कि एक सकारात्मक संदेश भी दिया कि वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए प्रशासन सतर्क है। इस त्वरित कार्यवाही से यह साफ हो गया कि जो लोग अवैध रूप से वन्यजीवों का शोषण करेंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। जलालपुर के लोगों ने वन विभाग की इस पहल की सराहना की और प्रशासन से आगे भी ऐसे कड़े कदम उठाने की मांग की।