सुल्तानपुर :
दीवाल गिरने से मृत बच्चों के घर पहुँच प्रभारी मंत्री व बिधायक ने परिजनों को बंधाया ढांढस।।
दो टूक : सुल्तानपुर जनपद के
जयसिंहपुर तहसील के दरजीपुर गाँव में
बिगत सोमवार को एक दुखद घटना में खेलते समय ईंट की दीवार गिरने से तीन बच्चों शहबान, सैंनूद,व इशू की मृत्यु हो गई, जबकि कुछ अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। इस हृदयविदारक घटना के बाद रविवार को जिले के प्रभारी मंत्री ओमप्रकाश राजभर और विधायक राजप्रसाद उपाध्याय ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की, उन्हें सांत्वना दी, और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
विस्तार:
मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने परिजनों से मिलकर कहा कि सरकार इस कठिन समय में उनके साथ है और प्रभावित परिवारों को आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी। विधायक राजप्रसाद उपाध्याय ने भी घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और घायल बच्चों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके। स्थानीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे क्षेत्र में स्थित जर्जर दीवारों और भवनों की तुरंत जांच करें और आवश्यकतानुसार उन्हें दुरुस्त करें या हटाएं, ताकि बच्चों और आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
समाज के विभिन्न वर्गों से भी अपील की गई है कि वे इस दुखद घटना से सबक लें और अपने आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों का पालन करें, विशेषकर उन स्थानों पर जहां बच्चे खेलते हैं। इस प्रकार की सतर्कता से भविष्य में ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं को रोका जा सकता है।
◆यह घटना हमें याद दिलाती है कि संरचनात्मक सुरक्षा और नियमित निरीक्षण कितने महत्वपूर्ण हैं, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां बच्चे अपना समय व्यतीत करते हैं। स्थानीय समुदाय, प्रशासन और सरकार को मिलकर ऐसे कदम उठाने चाहिए जिससे इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और सभी के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित हो सके।
इस संदर्भ में, यह भी महत्वपूर्ण है कि हम अन्य समान घटनाओं से सीख लें। उदाहरण के लिए, दो महीने पहले हरियाणा के हिसार जिले में एक ईंट भट्ठे की दीवार गिरने से चार बच्चों की मृत्यु हो गई थी, जबकि कई अन्य घायल हो गए थे। इस घटना ने भी सुरक्षा मानकों की अनदेखी के गंभीर परिणामों को उजागर किया था।
इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए, स्थानीय प्रशासन और समुदाय को मिलकर कार्य करना होगा, ताकि संरचनात्मक सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचा जा सके।