लखनऊ :
लोक कलाकारों को वाद्ययंत्रों वक्त से किया जाए:मंत्री जयवीर सिंह।।
आवंटित बजट का एक भी पैसा लैप्स नहीं होना चाहिए-जयवीर सिंह
दो टूक : उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि चालू वित्तीय वर्ष के समाप्ति से पूर्व सभी मदों में आवंटित धनराशि का शत-प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित करें। किसी भी दशा में बजट का सरेन्डर न किया जाए। इसके साथ ही निर्माणाधीन परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से पूरा करें। कार्य समाप्ति हो जाने के बाद संबंधित योजना का उपयोगिता प्रमाण पत्र यथाशीघ्र प्रस्तुत करें।
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बुधवार को संस्कृति मंत्री पर्यटन भवन में पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की वित्तीय प्रगति तथा विभिन्न योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने रिक्त पदों के सापेक्ष अधियाचन भेजने की कार्यवाही तेजी से पूरा करने के निर्देश दिये, इसके साथ ही पदोन्नति के मामलों में किसी स्तर पर विलम्ब न किये जाने की हिदायत भी दी।
उन्होंने कहा कि पदरिक्त होने से विभागीय योजनायें प्रभावित होती हैं। इसके अलावा उन्होंने राज्य ललित कला अकादमी द्वारा मूर्ति निर्माण का कार्य भी समय से पूरा करने के निर्देश दिये। इसके अतिरिक्त स्थापित मूर्तियों का भूतत्व खनिकर्म से धातु के मिश्रण की जांच की प्रक्रिया तेज करने के निर्देश दिये।
श्री सिंह ने तीर्थ विकास परिषदों के अंतर्गत अनुमोदित कार्ययोजना के सापेक्ष प्राप्त आगणनों एवं स्वीकृति की स्थिति की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने वित्तीय वर्ष 2024-25 की मुख्य कार्ययोजना में स्वीकृति प्रस्तावों की कार्यदायी संस्थावार की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने पर्यटन नीति-2022 के तहत आवंटित एवं अवशेष धनराशि के बारे में समीक्षा की। इसके अलावा लोकार्पण तथा शिलान्यास के लिए तैयार योजनाओं की सूची तैयार करने के निर्देश दिये।
पर्यटन मंत्री ने संस्कृति विभाग की आय-व्यय की समीक्षा के दौरान लोक कलाकार वाद्ययंत्र योजना के अंतर्गत प्रदेश की ग्राम पंचायतों में वितरित किए जाने वाले वाद्य यंत्रों की जानकारी ली और 31 मार्च, 2025 तक इनके वितरण के निर्देश दिया।
बैठक में तय किया गया कि लोक कल्याण वाद्ययंत्र योजना के तहत मुख्य समारोह लखनऊ में आयोजित किया जाए, इसके साथ ही सभी मंडलों में कार्यक्रम आयोजित कर कलाकारों को वाद्य यंत्र वितरित किए जाए। मंत्री ने निर्देश दिया कि मंडल स्तर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से वाद्ययंत्रों का वितरण कराया जाए।
उल्लेखनीय है कि लोक कलाकार वाद्ययंत्र योजना के तहत प्रदेश की ग्राम पंचायतों को संस्कृति विभाग द्वारा लोक कलाकारों के हितार्थ एवं ग्राम पंचायतों में सांस्कृतिक गतिविधियों के प्रोत्साहन के लिए वाद्य यंत्रों का एक-एक सेट वितरित किया जा रहा है।
मण्डलीय जनपदों से 10-10 चयनित ग्राम पंचायतों और शेष समस्त जनपदों से 5-5 ग्राम पंचायतों का चयन जिलाधिकारी के माध्यम से किया जा रहा है। योजना के तहत प्रदान किए जाने वाले वाद्य यंत्रों में हारमोनियम, ढोलक, मंजीरा और घुंघरू आदि शामिल हैं।
बैठक में प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश कुमार मेश्राम, विशेष सचिव पर्यटन ईशा प्रिया, निदेशक पर्यटन श्री प्रखर मिश्र, पर्यटन सलाहकार श्री जे0पी0 सिंह, वित्त अधिकारी एवं अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।