लखनऊ :
इग्नू का 38 वाँ दीक्षान्त समारोह सम्पन्न,मेधावी छात्रों को गोल्ड मेडल से नवाजा।।
◆ जीवन की कठिनाइयों का समाधान छात्रों को अपने अर्जित ज्ञान से करना होगा:कुलपति डॉ० अमर पाल सिंह।
दो टूक : इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय का अड़तीसवीं दीक्षान्त समारोह बुधवार को जोनल आफिस वृन्दावन योजना में सम्पन्न हुआ।जहाँ पर परास्नातक एवं स्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों को व्यक्तिगत रूप से उपाधि प्रदान की गयी।वही विद्यार्थियों को अपने विषय में सर्वोत्तम आंक प्राप्त कर गोल्ड मेडल पाने वाले छात्रों के चेहरे खिल उठे।
मुख्य समारोह इग्नू मुख्यालय मैदानगढ़ी, नई दिल्ली में आयोजित हुआ, जहाँ धर्मेन्द प्रधान, माननीय शिक्षा मंत्री, भारत सरकार, मुख्य अतिथि एवं प्रो० वन कुमार सिंह, निदेशक, भारतीय प्रबन्ध संस्थान, तिरुचिरापल्ली, विशिष्ट अतिथि रहे।
विस्तार:
इग्नू का अड़तीसवाँ दीक्षान्त समारोह 39 क्षेत्रीय केन्द्रों पर सनानान्तर दीक्षान्त समारोह आयोजित किया गया।
लखनऊ में यह कार्यक्रम इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ के सभागार में आयोजित किया गया।
◆पॉच विद्यार्थियों को मिला स्वर्ण पद।
इस बार क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ के 05 विद्यार्थियों को अपने विषय में सर्वोत्तम अक प्राप्त करने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा स्वर्ण पदक प्रदान किया गया, जिसमें
◆अनिमेष बरूआ को राजनीति विज्ञान में परास्नातक।
◆सुश्री निधि अग्रवाल को व्यावसायिक प्रबन्धन में स्नातक,
◆सुश्री सना फातिमा को उर्दू में परास्नातक विषय में स्वर्ण पदक ,क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ पर प्रदान किये गये एवं अन्य 02 विद्यार्थियों ने मुख्यालय में स्वर्ण पदक प्राप्त किया।
पूजा भरद्वाज बीकाम जे एव शिवांश समेत 351अर्ह विद्यार्थियों को व्यक्तिगत रूप से उपाधि भी प्रदान की गयी। उपाधि पाकर छात्रों के चेहरे पर मुस्कान दौड़ गई।
क्षेत्रीय केन्द्र के समारोह में प्रो० (डॉ०) अमर पाल सिंह, कुलपति, डॉ० राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, लखनऊ विशिष्ठ अतिथि थे, जिन्होनें इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र लखनऊ के अर्ह विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक एवं डिग्री प्रदान की।
◆माँ सरस्वती की वन्दना एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
दीक्षान्त कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती की वन्दना एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ० अनिल कुमार मिश्र ने क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ की प्रगति आख्या में कहा कि इग्नू अपनी विशेषताओं के कारण आज विश्व का सबसे बडा विश्वविद्यालय है और हाल में ही इसे एनआईआरएफ रैकिंग में दूरस्थ विश्वविद्यालय की श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। उन्होनें बताया कि इग्नू की स्थापना का उद्देश्य उच्च शिक्षा को विद्यार्थियों के द्वार तक ले जाकर उम्र, धर्म, क्षेत्र और लिंग बिना किसी भेदभाव के सभी के लिए उच्च शिक्षा को सुलभ कराना है। डॉ० मिश्र ने पिछले एक वर्ष में किए गये, इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र लखनऊ के प्रयासों का वृत्तान्त प्रस्तुत किया। उन्होने कहा कि इन प्रयासों के माध्यम से विश्वविद्यालय समाज के वंचित लोगों को शिक्षा द्वारा विकास की मुख्य धारा से जोडने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने बताया कि शिक्षार्थियों को क्षेत्रीय भाषाओं में शिक्षित करने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा स्वयंप्रभा टी०वी० चैनल के माध्यम से परामर्श कक्षायें आयोजित की जा रही है। इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ द्वारा हिन्दी भाषा में इन परामर्श कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है।
◆जीवन की कठिनाइयों का समाधान छात्रों को अपने अर्जित ज्ञान से करना होगा:कुलपति डॉ० अमर पाल सिंह।।।।
समारोह के विशिष्ठ अतिथि प्रो० (डॉ०) अमर पाल सिंह, कुलपति, डॉ० राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, लखनऊ ने अपने दीक्षान्त भाषण में उपाधि प्राप्त विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि उपाधि प्राप्त करने के पश्चात् विद्यार्थियों के पास रोजगार एवं उद्यम के अनेक अवसर प्राप्त होगे परन्तु साथ साथ नई चुनौतियां तथा सामाजिक एवं आर्थिक जटिलतायें भी आयेंगी जिनका समाधान छात्रों को अपने अर्जित ज्ञान तथा अनुभव के आधार पर करना होगा। उन्होने इग्नू द्वारा सुविधाहीन शिक्षा से वंचित लोगों को शिक्षा द्वारा विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत विद्यार्थियों को क्षेत्रीय भाषा में शिक्षित करने का जो प्रयास किया जा रहा है वह सराहनीय है। उन्होंनें कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) में विश्व स्तरीय उच्च शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र के विकास के लिए आवश्यक पांच मूलभूत स्तंभों को सूचीबद्ध किया गया है।
छात्र केन्द्रितता, अनुसंधान और नवाचार, संकाय, अन्तर्राष्ट्रीयकरण और डिजिटल शिक्षा। इग्नू सभी को शिक्षा प्रदान करने के लिए इन रणनीतिक स्तंभों के आधार पर प्रशंसनीय कार्य कर रहा है। उन्होंने उपाधि धारकों को उद्यमशील बनने के लिए प्रोत्साहित किया।
डॉ० रीना कुमारी, उपनिदेशक ने दीक्षान्त समारोह में उपस्थित विशिष्ठ अतिथि, विभिन्न इग्नू अध्ययन केन्द्रों के समन्वयक, सह-समन्वयक, समस्त उपाधि धारकों, मीडिया प्रभारियों एवं क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारीगणों का स्वागत किया।
डॉ० जय प्रकाश वर्मा, उपनिदेशक ने विशिष्ठ अतिथि प्रो०अमर पाल सिंह की उपलब्धियों एवं विश्वविद्यालय प्रबन्धन में उनके योगदान पर विस्तार से चर्चा की।
डॉ० अनामिका सिन्हा, उपनिदेशक ने इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ के 38 वें दीक्षान्त समारोह के कार्यक्रम का कुशल संचालन किया।
सहायक डॉ० निशिथ नागर, कुलसचिव ने क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ के पूर्ण दीक्षांत कार्यक्रम का कुशल प्रबन्धन किया और उपस्थित सभी छात्र,छात्राओं को विशिष्ठ अतिथि द्वारा डिग्री प्रदान कराई।
डॉ० कीर्ति विक्रम सिंह, उपनिदेशक ने सभागार में उपस्थित विशिष्ठ अतिथि, विभिन्न इग्नू अध्ययन केन्द्रों के समन्वयक, सह-समन्वयक, समस्त उपाधि धारकों, मीडिया प्रभारियों एवं क्षेत्रीय केन्द्र लखनऊ के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारीगणों का औपचारिक धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
● दिब्यांग विद्यार्थी --