मऊ :
सड़क दुर्घटनाओं को लेकर जिला प्रशासन गंभीर,कमी लाने हेतु कसी कमर।
घायलों को अस्पताल पहुंचाने में करें मदद, पाएं ₹5000 का पुरस्कार एवं सम्मान: जिलाधिकारी।
दो टूक : सड़क दुर्घटनाओं में घायलों एवं मृतकों की संख्या में कमी लाने को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह गंभीर है।इसको लेकर आज मऊ के जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र ने मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत नागर,डीसी मनरेगा उपेन्द्र पाठक एवं समस्त खंड विकास अधिकारियों के साथ एक बैठक की।बैठक के दौरान ओवर स्पीडिंग रोकने हेतु जिलाधिकारी ने समस्त ग्राम पंचायतो से मुख्य मार्ग में मिलने वाली लिंक रोड का चिन्हीकरण करते हुए उन पर स्पीड ब्रेकर लगाने के निर्देश दिए हैं, जिससे लिंक रोड से आने वाले लोग मुख्य मार्ग पर तेजी से न आए एवं सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके। इस पर होने वाले खर्च को लेकर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी एवं डीसी मनरेगा को कन्वर्जेंस के माध्यम से बजट की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने समस्त जनपद वासियों से गुड सेमेरिटन (नेक आदमी) बनने की अपील की। गुड सेमेरिटन उस व्यक्ति को कहते हैं जो दुर्घटना में घायल व्यक्ति को स्वेच्छा से अस्पताल पहुंचाता है। यदि दुर्घटना में घायल व्यक्ति प्रथम घंटा में जिसे गोल्डन आवर भी कहते हैं, अस्पताल पहुंच जाए तो उसकी जान बचाई जा सकती है। गुड सेमेरिटन (नेक आदमी) द्वारा सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को गोल्डन आवर में अस्पताल पहुंचा कर जान बचाने पर सरकार द्वारा ₹5000 का पुरस्कार तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया जाएगा।साथ ही ऐसे व्यक्ति को कहीं भी, कभी भी दुर्घटना का गवाह बनने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। ना ही उसे किसी प्रकार की पूछताछ की जाएगी। जिलाधिकारी ने बताया कि सभी सरकारी अस्पतालों में दुर्घटना पीड़ित व्यक्तियों के निशुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध है।अतः समस्त जनपद वासी इस बात का विशेष ख्याल रखें की दुर्घटना में घायल व्यक्ति को यथाशीघ्र निकटतम अस्पताल में पहुंचने का कार्य करें जिससे घायल व्यक्ति की जान बचाई जा सके।उन्होंने बताया कि ज्यादातर सड़क दुर्घटनाओं में घायल एवं मृतकों का कारण ओवर स्पीडिंग होती है, जिसके कारण लोगों की जान जाती है। उन्होंने जनपद वासियों से अपील भी किया कि ओवर स्पीडिंग में गाड़ी न चलाएं तथा गाड़ी चलाते समय यातायातके नियमों का पालन करें। सीट बेल्ट एवं हेलमेट का प्रयोग अवश्य करें साथ ही वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात ना करें।