आजमगढ़ :
मौनी बाबा रामजनकी आश्रम गहजी के उत्तराधिकारी बने शुभमदास।
सिद्ध महात्माओं ने सर्वसम्मत से पट्टाभिषेक कर किया नामकरण।।
दो टूक : आजमगढ़ जनपद के दुर्बासा महामंडलेश्वर ब्रह्मलीन सिद्ध संत रामलाल मौनी बाबा के आश्रम राम-जानकी सिद्ध पीठ बड़ा हनुमान जी मंदिर में सात दिवसीय विष्णु महायज्ञ चल रहा है। लोगों ने यज्ञ मंडप की परिक्रमा कर सुख समृद्धि की कामना की। छठवें दिन सोमवार को मौनी बाबा के दूसरे उत्तराधिकारी के रूप में बाल संत शुभमदास का गद्दी तिलक (पट्टाभिषेक) संत परिषद और एसडीएम बूढ़नपुर की उपस्थिति में संत परपंरा के अनुसार कराया गया।
विस्तार :
आजमगढ़ के राम-जानकी सिद्ध पीठ गहजी आश्रम में सप्त दिवसीय विष्णु महायज्ञ एवं राम कथा का आयोजन चल रहा है इसी यज्ञ कार्यक्रम के दौरान छठवें दिन सोमवार को शुभमुहूर्त मे पौहारी महाराज कौशलेन्द्र गिरी, कमलनयन महाराज, बृजमोहन दास, वीरेंद्र दास, जनार्दन दास,मुन्ना बाबा आदि सन्त परिषद एवं एसडीएम बूढ़नपुर की मौजूदगी मे वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ संत परम्परा के अनुसार बाल संत शुभमदास का गद्दी तिलक (पट्टाभिषेक) और नामकरण किया गया। इस मौके पर सनातन अनुयायी भारी संख्या में मौजूद रहे।
◆बताते चले - उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के तमसा टौंस नदी के संगम पर बसा दुर्बाषा ऋषि का धर्मिक स्थल है जिसे संत परिषद दुर्बाषा महामडलेश्वर के रुप जाना जाता है। हिंदू धर्म में दुर्वासा एक महर्षि थे जो अत्रि ऋषि और अनुसूया के पुत्र तथा महर्षि दत्तात्रेय और चन्द्रेव के भाई भगवान शिव के अवतार थे। वे जहां कहीं जाते थे मानव जगत देवता की तरह ऋषि दुर्बाषा का आदर एवं स्वागत करते थे।।
◆दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ फोटो--
◆उपजिलाधिकारी बूढ़पुर ने बालसंत को पुष्माला पहनाकर आशीष लिया।