रविवार, 20 अप्रैल 2025

गोण्डा- इटियाथोक थाना क्षेत्र के सड़को पर कामर्शियल ई-रिक्शा की भरमार, लोगो के लिए बने जंजाल

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गोण्डा- जनपद के इटियाथोक थाना क्षेत्र के सभी सड़को पर इन दिनों भारी संख्या मे "कामर्शियल ई-रिक्शा" की भरमार है। यातायात के नियमों का खुलेआम उलंघन कर नुकीली और जानलेवा लोहे की राड/ सरिया व पाईप समेत लोहे या लकड़ी के पल्ला/ दरवाज़ा/ खिड़की, संदूख, पानी की टंकी, फ्रिज, कूलर या अन्य सामान लादकर यह ई-रिक्शा चालक सड़को पर सुबह से देर शाम तक मुसीबत बनकर दौड़ रहे है। इनकी ऊँचाई और चौडाई काफी कम रहती है, ऐसे मे इनपर लदे हुए उपरोक्त सामान ई-रिक्शा के इधर उधर निकले रहते है जो सड़को पर आवागमन करने वाले अन्य लोगो के लिए बड़ी दिक्क़त बनते हुए खतरनाक भी साबित हो रहे है। यह ई-रिक्शा आये थे यात्रियों को बैठाकर लाने ले जाने के लिए लेकिन अब यह इटियाथोक क्षेत्र मे कामर्शियल ई-रिक्शा बनकर तमाम लोगो के लिए जंजाल बन चुके है। सड़को पर आने जाने वाले अन्य वाहन सवार इनकी वजह से काफी परेशान हो रहे है लेकिन स्थानीय पुलिस इनपर अंकुश लगाने मे विफल दिख रही है। 

=ई-रिक्शा की संख्या में लगातार बढ़ोतरी=
            क्षेत्र में इन दिनों ई-रिक्शा की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। यह लोग यातायात नियमों का कोई पालन नहीं करते है, जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। इटियाथोक बाजार मे चौराहे पर पुलिस की तैनाती होने के बावजूद ई-रिक्शा चालक सवारी देखते ही कहीं भी गाड़ी रोक देते हैं और पीछे से आ रहे वाहन को समस्या होती है, लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है। इटियाथोक कस्बे के निवासी एक समाजसेवी ने कहा की ई-रिक्शा के कारण रोजाना बाजार में जगह जगह जाम लगता है, लेकिन पुलिस इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने कहा की जहां भी सवारी दिखती है, वहीं यह ई-रिक्शा रोक दिए जाते हैं, जिससे दुर्घटनाएं भी हो रही हैं और समस्याये भी आ रही है। कस्बे के एक दवा दुकानदार ने कहा की ई-रिक्शा चालकों ने यहाँ लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है, इनके कारण बाजार में रेलवे स्टेशन रोड पर हर दिन देर तक अनेक बार जाम लगना आम बात हो गई है। आए दिन कस्बे मे इनकी वजह से वाहनों की आपस में टक्कर हो जाती है, जिससे विवाद होना आम बात हो गई है। बताया गया की कई ई-रिक्शा चालक नाबालिग भी हैं, लेकिन पुलिस इस तरफ भी ध्यान नहीं देती है। कस्बे के एक फल विक्रेता ने कहा की पुलिस प्रशासन की लापरवाही से ही बाजार में जाम लगता है और दिक्क़त हो रही है। बाजार में भारी संख्या में ई-रिक्शा चलते हैं, प्रशासन को चाहिए कि इनके लिए अलग अलग रूट तय करे, ताकि जाम से राहत मिल सके। कस्बे मे मिले एक ई-रिक्शा चालक ने कहा की यहाँ बाजार में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है, जिस कारण यात्रियों को बैठाने के लिए हमें सड़क पर अपना ई-रिक्शा मजबूरी मे खड़ा करना पड़ता है।

=इटियाथोक- बाबागंज मार्ग पर सबसे अधिक समस्या====
कामर्शियल ई-रिक्शा की वजह से इन दिनों लोगो को सबसे बड़ी समस्या इटियाथोक- बाबागंज मार्ग पर हो रही है। वर्तमान मे यह मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है और जगह जगह इसपर छोटे बड़े गड्ढे है। नुकीली और जानलेवा लोहे की राड/ सरिया व पाईप समेत अन्य भारी व बड़े सामान को लादकर इस मार्ग पर आते जाते हुए कामर्शियल ई-रिक्शा कभी भी और कहीं भी देखे जा सकते है। यह ई-रिक्शा सड़क मे गड्ढे की वजह से बार बार ब्रेक लगाते है और पीछे से आ रहे वाहन सवारो को भारी समस्या के साथ खतरा भी रहता है।
      "इस बावत सीओ सदर शिल्पा वर्मा ने कहा की ई-रिक्शा का वेरिफिकेशन इन दिनों हो रहा है, अगर कोई ई-रिक्शा यात्रियों की जगह इस तरह खतरनाक सामान लादकर चल रहा है तो वह यातायात नियम का उलंघन है, ऐसे वाहनो का चालान कराया जाएगा।"