दिल्ली :
केरल में किरानाप्रो और एलीट सुपरमार्केट ने मिलकर शुरु किया नो-कमीशन मॉडल।
दो टूक : किरानाप्रो और एलीट सुपरमार्केट ने मिलकर नो-कमीशन मॉडल शुरु किया।
एलीट सुपरमार्केट की पार्टनरशिप भारत के रिटेल जगत को नया आयाम देगी।
विस्तार :
नई दिल्ली, 4 अप्रैल 2025: भारत के अग्रणी एआई-संचालित औरओएनडीसी समर्थित त्वरित वाणिज्य मंच (क्विक कॉमर्स प्लेटफार्म) किरानाप्रो ने रिटेल क्षेत्र की जानी मानी कम्पनी एलीट सुपरमार्केट के साथ एक जन लाभकारी साझेदारी की है। इस पहल के अंतर्गत भारत में पहली बार नो-कमीशन मॉडल को लांच किया गया है। जिसके तहत किरानाप्रो एलीट सुपरमार्केट से किसी प्रकार की प्लेटफार्म फीस नहीं लेगा, जिससे उत्पाद का सम्पूर्ण मुनाफा सीधा एलीट सुपरमार्केट को मिलेगा। यह कदम क्विक कॉमर्स प्लेटफार्म को छोटे और स्थानीय दुकानदारों के लिए ज्यादा फायदेमंद और संतुलित बनाने के साथ ही रिटेल जगत में बड़ा बदलाव भी लाएगा।
एलीट सुपरमार्केट की शुरुआत 4 अप्रैल 1991 को त्रिशूर से हुई और इस प्रकार केरल में सुपरमार्केट शॉपिंग कल्चर की शुरुआत भी हुई। पिछले कई वर्षों में हुए विस्तार के चलते एलीट सुपरमार्केट रिटेल बाजार में एक विश्वसनीय नाम बनकर उभरा है। इस नो-कमीशन पार्टनरशिप के तहत एलीट सुपरमार्केट ने किरानाप्रो को अपने सभी आउटलेट्स को ऐप पर एकीकृत (इंटीग्रेट) करने की मंजूरी दी है।
किरानाप्रो के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी दीपक रवीन्द्रन ने इस पार्टनरशिप के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, "यह पार्टनरशिप सिर्फ एक बिज़नेस डील नहीं है, बल्कि यह हमारे उस मिशन की अहम कड़ी है जिसके माध्यम से हम एक ऐसा डिजिटल कॉमर्स इकोसिस्टम बना रहे जो हर दुकान तथा व्यापारी के लिए ज्यादा फायदेमंद और बराबरी वाला हो। ये नो-कमीशन मॉडल पूरे देश के स्थानीय एवं छोटे व्यापारियों को डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के लिए प्रेरित करेगा। एलीट सुपरमार्केट ही वह जगह है जहाँ हमारे जैसे कई त्रिशूर वासियों ने पहली बार मॉडर्न शॉपिंग का अनुभव किया था, और आज उसके साथ मिलकर कार्य करना एक सपने के सच होने जैसा है।"
बता दें कि, नो-कमीशन मॉडल उच्च कमीशन शुल्क की दीर्घकालिक चुनौती का समाधान है, जो परंपरागत रूप से 3% से 5% तक रहा है, जिससे छोटे रिटेल विक्रेताओं का मार्जिन कम हो जाता है। इस शुल्क के हटने से एलीट सुपरमार्केट अधिक प्रतिस्पर्धी मूल्यों के साथ परिचालन दक्षता में सुधार कर ग्राहकों को निर्बाध खरीदारी का अनुभव प्रदान करेगा।
नो-कमीशन मॉडल के महत्वों पर बात करते हुए, राज कृष्णन, निदेशक, एलीट सुपरमार्केट ने कहा. " किरानाप्रो के साथ यह साझेदारी हमारे लिए एक नए और सशक्त चैनल का निर्माण करेगा। जिससे हम अपनी जड़ों से जुड़े रहकर मौजूदा ग्राहकों की सेवा कर सकेंगे और नए ग्राहकों तक भी पहुंच सकेंगे। त्रिशूर में जन्मी दोनों कंपनियाँ, एलीट सुपरमार्केट और किरानाप्रो न सिर्फ़ एक शहर की हैं, बल्कि दोनों ही अपने समुदाय की सेवा और नवाचार के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। हम किरनाप्रो के साथ काम करने तथा रिटेल क्षेत्र में इस नए बदलाव की शुरुआत को लेकर बेहद उत्साहित हैं।"
नो-कमीशन मॉडल के रिटेल सिस्टम से जुड़ते ही देश के 70 लाख से अधिक किराना दुकानदारों को इसका सीधा फायदा मिलेगा। बिना कमीशन वाले मॉडल की व्यवहार्यता का प्रदर्शन करके, किरानाप्रो और एलीट सुपरमार्केट का लक्ष्य व्यापक रूप से रिटेल व्यापारियों को इसे अपनाने के लिए प्रेरित करना है, तथा अधिक संतुलित डिजिटल कॉमर्स इकोसिस्टम को बढ़ावा देना है।
किरानाप्रो का लक्ष्य भारत के अलग अलग क्षेत्रों में अन्य रिटेल विक्रेताओं को इस मॉडल के साथ जोड़ने का है, जिससे रिटेल क्षेत्र के डिजिटलीकरण में मदद मिलेगी। एलीट सुपरमार्केट के साथ यह पार्टनरशिप क्विक कॉमर्स में एक नए युग की शुरुआत है, जहां प्रौद्योगिकी और नवाचार स्थानीय व्यवसायों को सशक्त बनाने और उपभोक्ता अनुभव को बढ़ाने के लिए एक साथ कार्य करते हैं।
किरानाप्रो के बारे में:
दीपक रवीन्द्रन द्वारा स्थापित, किरानाप्रो, भारत का पहला ओएनडीसी एकीकृत, एआई संचालित क्विक कॉमर्स प्लेटफार्म है जो अत्याधुनिक तकनीक के साथ स्थानीय किराना स्टोरों को सशक्त बनाने पर केंद्रित है। 10 मिनट में डिलीवरी जैसी तेज सुविधा और आसान रेवेन्यू मॉडल के जरिये किरानाप्रो स्थानीय व्यापारियों को आज के प्रतिस्पर्धी रिटेल मार्केट में आगे बनाए रखने में मदद करता है।