लखनऊ :
कैंसर संस्थान लखनऊ ने थामा तकनीक का हाथ,मरीजों को मिलेगा आधुनिक इलाज।।
दो टूक : भारत में कैंसर देखभाल और अनुसंधान को आगे बढ़ाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान, लखनऊ और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर के साथ ऑन्कोलॉजिकल सेवाओं का विस्तार करना और कैंसर की रोकथाम, निदान और उपचार में नवाचार को बढ़ावा को लेकर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ।
विस्तार :
कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान लखनऊ के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बुधवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर के निदेशक मनींद्र अग्रवाल और केएसएसएससीआई, निदेशक, मदन लाल ब्रह्म भट्ट) ने 23.04.2025 को एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। इसका उद्देश्य ऑन्कोलॉजिकल सेवाओं का विस्तार करना और कैंसर की रोकथाम, निदान और उपचार में नवाचार को बढ़ावा देना है।
यह समझौता देश के प्रमुख कैंसर अनुसंधान संस्थानों में से एक और भारत के अग्रणी तकनीकी एवं अनुसंधान संस्थानों के बीच एक रणनीतिक साझेदारी की शुरुआत को चिह्नित करता है। इस साझेदारी का उद्देश्य वैज्ञानिकों के आदान-प्रदान, सहयोगात्मक अनुसंधान और नए हस्तक्षेपों के विकास के माध्यम से ऑन्कोलॉजी में नैदानिक और तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाना है।
◆समझौता ज्ञापन के उद्देश्य:
• उन्नत ऑन्कोलॉजिकल समाधानों पर केंद्रित संयुक्त अनुसंधान पहल
• कैंसर का शीघ्र पता लगाने और उपचार के लिए नई तकनीकों का विकास और कार्यान्वयन
• सहयोगात्मक शिक्षा और नवाचार के लिए वैज्ञानिक विशेषज्ञता और संकायों का आदान-प्रदान
इस अवसर पर दोनों संस्थानों के वरिष्ठ अधिकारियों ने कैंसर देखभाल की जटिल चुनौतियों से निपटने में अंतःविषय सहयोग के महत्व पर बल दिया। यह साझेदारी रोगी-केंद्रित कैंसर समाधान में परिवर्तनकारी प्रगति लाने की उम्मीद है, जो चिकित्सा विज्ञान को तकनीकी नवाचार से जोड़ती है।
यह सहयोग कैंसर के परिणामों में सुधार के प्रति एक साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है और भारत में कैंसर से निवारण् के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
◆डॉ० गौरव सिंह ने बताया कि कैंसर के इलाज और देखभाल के लिए सहयोग आवश्यक है। रोकथाम, जांच, पहचान और उपचार को शामिल करने वाला एक एकीकृत दृष्टिकोण जरूरी है। हाल ही में कई समझौते हुए हैं जो कैंसर अनुसंधान को बढ़ावा देते हैं और रोगियों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराते हैं। इसी दृष्टिकोण को रखते हुए दोनो संस्थानों के बीच एक एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर हुआ है।