लखनऊ :
टीचर को बंधक बनाकर लूटपाट करने दो सगे भाई गिरफ्तार,भेजे गए जेल।।
◆डेटिंग एप से हुई थी दोस्ती,घर आया था मिलन, दोस्त बुला की लूट।।
◆ दो टूक : राजधानी लखनऊ के थाना
गाजीपुर पुलिस टीम ने डेटिंग एप से अपनी बातों में फंसाकर लूट-पाट करने वाले दो बदमाशों को पकड़ लिया।पकड़े गए दोनो आरोपी रिश्ते में सगे भाई हैं। इनके पास
45000 रुपये नकद,पीडित का आधार कार्ड, पर्स व घटना में प्रयुक्त एक स्कूटी TVS JupiterUP78 G.J5843 बरामद हुआ। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।आरोपियों ने Grinder App के माध्यम से Friendship करने के बहाने लूट की घटना को अंजाम दिया था।
विस्तार :
DCP उत्तरी ने जानकारी देते हुए बताया कि पीडित शिक्षक कृष्णेन्दु चटर्जी,रविन्द्र पल्ली गाजीपुर लखनऊ मे रहते है इन्होने स्थाने मे तहरीर देते हुए पुलिस को बताया कि बीते दिनांक 09.04.25 को समय करीब 01.40 PM पर Grinder App के माध्यम से बने दोस्त घर पर मिलने आया और बातचीत करना शुरु किया इसी बीच अपने दोस्त को बुलाकर मेरे साथ मारपीट की और जाते जाते मेरे अलमारी में रखी पर्स व बैग में रखे रुपये करीब 3 लाख रुपये लेकर चले गये।
पीडित की तहरीर पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर शातिर युवकों की तलाश शुरु कर दी। गठित पुलिस टीम ने आज दिनांक 11/04/2025 को थाना गाजीपुर व क्राइम ब्रांच उत्तरी की संयुक्त पुलिस टीम मुकदमा उपरोक्त की घटना से संबंधित माल मुल्जिमान की पतारसी सुरागरसी व तलाश में क्षेत्र में मामूर थी कि जरिये अभिसूचक जानकारी मिली की उपरोक्त घटना कारित करने वाले लड़के कल्याण अपार्टमेन्ट के पास कुकरैल बन्धे पर एक स्कूटी के साथ खड़े दिखाई दिये हैं यदि शीघ्रता की जाये तो पकड़ा जा सकता है। इस सूचना पर पुलिस टीम कल्याण अपार्टमेन्ट के पास पहुँची तो मजार की तरफ स्कूटी से दो लड़कें आते दिखाई दिये। जिनकी गतिविधियाँ संदिग्ध प्रतीत हो रही थी। संदेह के आधार पर स्कूटी रोककर नाम पता पूछा गया तो स्कूटी चला रहे व्यक्ति ने अपना नाम निकित शर्मा और दूसरे ने अपना नाम अंकित शर्मा निवासी- 1/190 सेक्टर आई. जानकीपुरम थाना जानकीपुरम लखनऊ के रहने वाले है दोनो सगे भाई है। स्कूटी को चेक किया गया तो स्कूटी की डिग्गी में एक काले व भूरे रंग का पर्स मिला जिसे खुलवाकर देखा गया तो एक आधार कार्ड जिसका नामांकन क्रम 1207/90600/02425 कृष्णेन्द्र चटर्जी पुत्र अरविन्द्र चटर्जी निवासी- 79ए रविन्द्रपल्ली इन्दिरानगर लखनऊ उत्तर प्रदेश 226016 व आधार क्रमांक- 2260 52190045 तथा पर्स में पाँच-पाँच सौ के 90 नोट कुल रुपये 45 हजार बरामद हुए।
◆ बरामद पर्स आधार कार्ड व रुपयों के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर दोनों ने बताया कि हम दोनों सगे भाई हैं। दिनांक 09/04/2025 को मकान नं0-79ए रविन्द्रपल्ली में रहने वाले कृष्णेन्द्र चटर्जी से मेरी पहचान ग्राइण्डर नामक फ्रेन्डशिप ऐप के माध्यम से हुई थी। उसके बाद हमारी आपस में व्हाट्सऐप चैट, व्हाट्सऐप कॉल व मोबाइल नंबर से बातचीत होने लगी। दिनांक 09/04/2025 को कृष्णेन्द्र चटर्जी ने अपने घर की लोकेशन मेरे व्हाट्स ऐप नंबर 8112781705 पर अपने घर की लोकेशन भेजकर मिलने के लिए बुलाया था। हम दोनों भाई इसी TVS Jupiter स्कूटी से कृष्णेन्द्र चटर्जी से मिलने उनके घर पर गये थे। मेरे बात करने पर कृष्णेन्द्र चटर्जी घर के बाहर आकर मुझे अपने साथ घर के अन्दर ले गये। मेरा भाई उनके घर से दूर स्कूटी लेकर बाहर ही खड़ा रहा। मैं घर के अन्दर जाकर कृष्णेन्द्र चटर्जी के साथ बातचीत करता रहा। बातचीत के दौरान ही उनकी बातचीत से जब मुझे इस बात की जानकारी हुई की कृष्णेन्द्र चटर्जी के घर की अलमारी में नकद रुपये रखे हैं तो मैंने बाहर खड़े अपने भाई को फोन द्वारा बुला लिया था। हम दोनों ने मिलकर कृष्णेन्द्र चटर्जी के हाथ पीछे से बांध दिये तथा मुंह व आँख बांधकर अलमारी में रखे रुपये लेकर हम दोनों अपनी स्कूटी से भाग गये था। आज हम लोग उन्ही पैसों से ऐशो-आराम व तफरीह करने के लिए डायल 1090 चौराहे जा रहे थे कि आप लोगों ने पकड़ लिया। बरामदगी के आधार पर अभियोग उपरोक्त में धारा 317 (2) बी.एन.एस. की बढ़ोत्तरी की गयी। अभियुक्तों को उनके द्वारा कारित अपराध से अवगत कराते नियमानुसार हिरासत पुलिस में लिया गया। नियमानुसार विधिक कार्यवाही अभियुक्तगण के विरुद्ध विधिक की जा रही है। अपराधिक इतिहास के सम्बन्ध में अन्य थाना व जनपद से जानकारी की जा रही है।।