लखनऊ :
गरीब महिला की झोपड़ी में लगी आग, बिटिया का सपना जलकर हुआ राख।
मदद के लिए SDM से लेकर लोगों के बढ़े हाथ।।
दो टूक : लखनऊ के निगोहां क्षेत्र के मीरकनगर गांव में महिला मजदूर की झोपड़ी मे शनिवार को लगी अचानक आग ने देखते देखते ही आग ने विकराल रुप धारण कर लिया। जुटे ग्रामीण आग बूझाने मे जुट गए जब तक आग बुझायी जाती तब तक गृहस्थी का रखा सामान, गहने व 15 हजार रुपए जलकर राख हो गया। सूचना के काफी देर बाद तक फायर बिग्रेड वाहन मौके पर नहीं पहुंचा।
◆आशियाना जलने की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे एसडीएम अंकित शुक्ला ने आपूर्ति विभाग को खाने के लिए पीड़ित परिवार को राशन मुहैया कराये जाने के निर्देश देते हुए नायाब तहसीलदार गुरूप्रीत को विभागीय मदद दिलाए जाने के लिये रिपोर्ट मांगी। एसडीएम के आदेश के बाद आपूर्ति विभाग ने पीड़ित महिला मजदूर को खाने के लिये राशन समेत अन्य सामान उपलब्ध कराया।
विस्तार :
जानकारी के अनुसार थाना निगोहां क्षेत्र के
मीरकनगर गांव में महिला मजदूर चंदावती अपनी बेटी काजल के साथ फूस की झोपड़ी बनाकर रहती थी। शनिवार की सुबह मां चंदावती के मजदूरी पर जाने पर बेटी काजल झोपड़ी के अंदर चुल्हे में खाना बना रही थी, तभी अचानक से चुल्हे निकली चिंगारी से झोपड़ी में आग लग गई। आग ने विकराल रूप से ले लिया। झोपड़ी में रखा गृहस्थी का सामान, गहने व 15 हजार रुपए, आंठ कुतल के करीब गेहूं समेत सारा सामान जलकर राख हो गया।
◆गृहस्थी को राख मे देख आंखों से फूट पड़ी आंसुओं की धार।।
पीड़ित महिला मजदूर ने बताया उसने बेटी काजल के विवाह के लिए गेहूं कटान कर आठ कुंतल गेंहू इकट्ठा किए और 50 हजार रुपए कीमत के सोने चांदी के जेवरात, 15 हजार की नगदी भी इक्टठा की थी। इतना कहते हुए उसकी आंखों से आंसुओं की धार निकल पड़ी। बोली अब कैसे मैं अपने बेटी के हाथ पीले करूंगी। गरीब महिला मजदूर का आशियाना जलने की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे एसडीएम अंकित शुक्ला ने आपूर्ति विभाग को खाने के लिए पीड़ित परिवार को राशन मुहैया कराये जाने के निर्देश देते हुए नायाब तहसीलदार गुरूप्रीत को विभागीय मदद दिलाए जाने के लिये रिपोर्ट मांगी। एसडीएम के आदेश के बाद आपूर्ति विभाग ने पीड़ित महिला मजदूर को खाने के लिये राशन समेत अन्य सामान उपलब्ध कराया। वहीं युवा समाजसेवी नवीन मिश्रा ने भी मौके पर पहुंचकर पीड़िता को नगद राशि समेत जरूरी सामान व नए कपड़े देते हुये आगे भी बेटी की शादी में हर सम्भव मदद किए जाने का भरोसा दिलाया।
साथ ही बेटी के विवाह में मदद का आश्वासन दिया।
पास होता फायर स्टेशन तो समय पर पहुंचती दमकल :
महिला मजदूर चंदावती की झोपड़ी में आग लगने पर ग्रामीणों के सूचना देने के बाद भी काफी देर तक दमकल टीम नहीं पहुंची। जब सब कुछ जलकर राख हो गया तो टीम मोहनलालगंज से वापस लौट गई। ग्रामीणों ने बताया कि फायर स्टेशन पीजीआई में है जो निगोहां से करीब 35 किलोमीटर दूर है और नगराम से 45 किलोमीटर दूर है। ऐसे में आग लगने पर दमकल के पहुंचने में एक से डेढ़ घंटे का समय लग जाता है। जब तक वह पहुंचती है, सब जलकर राख हो चुका होता है। निगोहां में फायर स्टेशन बनाए जाने के लिए पूर्वविधायक सहित कई ग्रामीणों ने मांग भी उठाई थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।